जौनपुर/ उत्तर प्रदेश – राजकीय पुरुष चिकित्सालय शाहगंज के गेट पर एक महिला इलाज के लिए घंटों तड़पती रही लेकिन किसी जिम्मेदार ने उसकी सुध नहीं ली। महिला की हालत देख जुटे स्थानीय लोगों के आक्रोश को देखते हुए पहुंचे चिकित्सा अधीक्षक ने महिला को प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल रेफर कर दिया। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नोनहट्टा निवासी मीरा देवी (35) पत्नी दिलीप कुमार सोनी को सीने में दर्द व सांस लेने में तकलीफ महसूस हो रही थी। सुबह 9:00 बजे परिजन उन्हें लेकर अस्पताल पहुंचे वे अस्पताल के गेट पर ही थे तभी महिला बेसुध होकर तड़पने लगी। परिजन के लोग वहां उपस्थित चिकित्सक से महिला को देखने की विनती करने लगे। उनका आरोप है कि लाख मिन्नत के बाद भी कोई डॉक्टर देखने के लिए नहीं आया । घंटे भर बाद जब स्थानीय लोगों की भीड़ जुटने लगी तो लोगों के आक्रोश के दबाव के चलते चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर रफीक फारूकी अस्पताल गेट पहुंचे और महिला को इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया । प्राथमिक उपचार के बाद जिला चिकित्सालय रेफर कर दिया।