उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यहां भाजपा की चुनावी रैली में कहा कि इस समय कांग्रेस उसी तरह की विभाजनकारी राजनीति कर रही है जिनके चलते 1947 में देश का विभाजन हुआ था। चुनावी लाभ के लिए असम में एआइडीयूएफ पार्टी से उसका हाथ मिलाना इसी मानसिकता का परिचायक है।
असम की बराक घाटी में एक के बाद चुनावी रैलियों में योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सत्ता लोलुपता के कारण देश को विभाजन के लिए मजबूर होना पड़ा।
उन्होंने कहा कि असम में मैं कई बांगलाभाषियों को देख रहा हूं। मैं उनसे कहना चाहता हूं कि कांग्रेस की विभाजनकारी नीतियों के कारण उनके पूर्वजों को देश के विभाजन का दंश झेलना पड़ा। जबकि नेताजी सुभाषचंद्र बोस जैसे लोगों ने कांग्रेस को उसकी नीतियों को लेकर पहले ही इस खतरे से आगाह किया था।
1905 में बंग भग करने वाले अंग्रेज जो काम तब नहीं पाए वो उन्होंने 1947 में कांग्रेस से हाथ मिलाकर हासिल कर लिया। उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर हमला करते हुए कहा कि उन्हें चुनाव के दौरान ही असम की याद आती है।
उन्होंने कहा कि भाजपा के पुन: सत्ता में आने पर राज्य में बार-बार आने वाली बाढ़, घुसपैठ तथा चाय बागान मजदूरों से जुड़ी समस्याओं का समाधान किया जाएगा। चाय बागानों और इसके मजदूरों को नई पहचान देने के लिए योजना बनेगी।
योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पूर्वोत्तर की स्थितियां बदल गई हैं। पीएम ने लुक ईस्ट नीति को एक्ट ईस्ट नीति में बदल दिया। उन्होंने दावा किया कि पूर्वोत्तर के राज्यों, खासकर असम में अब कोई उग्रवाद, कानून व्यवस्था से जुड़ी समस्या या घुसपैठ नहीं है।
कांग्रेस पर अपना हमला जारी रखते हुए योगी ने कहा कि उसने 1952 में जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा देते हुए वहां अनुच्छेद 370 लागू कर दिया जिससे वहां आतंकवाद का रास्ता प्रशस्त हुआ। भाजपा नेता ने कहा कि कांग्रेस ने वहां (जम्मू कश्मीर) जमीन खरीदने पर रोक लगा दी थी। लेकिन अब अनुच्छेद 370 को निरस्त किए जाने के बाद देश के किसी भी हिस्से, यहां तक कि असम का भी कोई व्यक्ति वहां जमीन खरीद सकता है।
उन्होंने कहा कि जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने अनुच्छेद 370 का डटकर विरोध किया था और कहा था कि यह राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है। क्योंकि एक देश में दो संविधान, दो झंडे और दो प्रधानमंत्री नहीं हो सकते। योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने अनुच्छेद 370 को खत्म कर मुखर्जी के सपने को पूरा किया और अब कश्मीर में आतंकवाद का खात्मा हो रहा है।