बरेली-आचरण नही तो ज्ञान व्यर्थ ही माना जाता है,, आचार्य अमित आनंद महाराज

आंवला/बरेली-::–श्री ब्रह्मदेव महाराज मनौना पर चल रही श्रीमद्भागवत कथा के तीसरे दिन कथा में अजामिल चरित्र पर प्रकाश डालते हुए कहा जिसका चरित्र अच्छा होता है संसार में उसके चित्र की पूजा होती है |बाद में गजेंद्र मोक्ष की पावन कथा का वर्णन करते हुए जीव और परमात्मा की कथा श्रवण कराई | जगत में जीव अपने आपको तब तक हम समर्थ बलवान समझता है जब तक सांसारिक लोग से दिखाई देते हैं वैसे तो संसार में परमात्मा के सिवा अपना कोई भी नहीं
है । परीक्षित महाराज राजेंद्र सिंह व मंजू लता ने अपने परिवार व ग्राम वासियों के साथ कथा
को श्रवण किया।