कस्बे के चाचा नेहरू इंटर कॉलेज के समीप निवासी पीड़िता सरला जौहरी ने बताया कि मैं 80 वर्ष की वृद्ध व विधवा महिला हूं मेरा स्वास्थ्य भी ठीक नहीं रहता है मेरे एक पुत्र है वह भी पिछले काफी समय से अस्वस्थ है। मेरा एक मकान उक्त कालेज के गेट के समीप था। जिसे मैंने करीब 8 वर्ष पूर्व बेच दिया था। इसी मकान के समीप मेरा एक खाली प्लाट/ चबूतरा भी है। जिसे सार्वजनिक उपयोग हेतु छोड़ रखा था। जिसमें मेरी कार खड़ी रहती थी, तथा पास पड़ोस के लोगों द्वारा उस स्थान पर छोटे-मोटे निजी कार्यक्रम भी संपन्न कर लिए जाते थे। नगर पालिका द्वारा लोगों की सुविधा हेतु उक्त चबूतरे पर खड़ंजा डालकर पक्का भी कर दिया गया था। कुछ माह पूर्व रात के अंधेरे में दबंग द्वारा उक्त सार्वजनिक चबूतरे पर अतिक्रमण करते हुए लोहे के बड़े-बड़े पाइप लगा लिए गए। आसपास के लोगों ने जब पाइप लगाने का कारण पूछा तो वह झगड़ा करने पर अमादा होने लगा और कुछ दिनों बाद उक्त दबंग द्वारा पाइपों पर जंजीर बांधकर अपना ताला डालकर अतिक्रमण/ कब्जा कर लिया गया है। तथा मेरी कार खड़ी नहीं होने दी। इसकी शिकायत नगर पालिका परिषद आंवला में भी मौखिक रूप से की गई परंतु कोई कार्यवाही नहीं की गई। उन्होंने चबूतरे को कब्जा मुक्त कराने की मांग की है।