पीलीभीत: पक्षियों में एवियन इन्फलुएन्जा(बर्ड फ्लू) बीमारी से बचने एवं इस रोग के प्रसार की सम्भावना पर नियंत्रण हेतुु मुख्य पशु चिकित्साधिकारी पीलीभीत द्वारा आवश्यक सावधानियां बरतने के सम्बध में सुरक्षात्मक कदम उठाये जाने हेतु दिशा निर्देश जारी किये गये हैं।
जलाशयों के समीप आने बाले प्रवासी पक्षियों एवं कुक्कुट फार्माे की निरन्तर कडी चैकसी रखी जाये,यदि कहीं पर भी पक्षियों की अस्वामिक मृत्यु होती है तो तत्काल विभाग को सूचित करते हुए मृत पक्षी को परीक्षण हेतु प्रयोगशाला/आर0डी0डी0एल0 केन्द्र पक्षी अनुसंधान सस्ंथान आई0वी0आर0आई0 बरेली भेजा जाये। समय-समय पर पक्षियों के नेजल व क्लोएकल सैम्पल भी जांच हेतु प्रयोगशाला भेजे जायें। वाटर बाडीस के आस-पास एवं पाल्ट्री फार्मों पर विशेष सर्तक दृष्टि रखते हुए इनका निरनतर निरीक्षण किया जाये। फार्म मालिकों को समुचित दिशा-निर्देश देकर साफ-सफाई की व्यवस्था के साथ साथ पर्याप्त बायो सिक्योरिटी सुनिश्चित की जाये। इसके अतिरिक्त कुक्कुट एवं कुक्कुट उत्पादों के थोक तथा फुटकर बाजारों में भी साफ सफाई की व्यवस्था कराई जाये। सडक एवं रेल मार्ग द्वारा बर्ड फ्लू प्रभावित क्षेत्रों से आने वाले कुक्कुट एवं कुक्कुट उत्पादों के प्रवेश पर कढी निगरानी एवं सर्तकता बरती जायेग। बाहर से कोई भी संक्रमित पोल्ट्री प्रोडक्ट एवं मरे हुए पक्षी जनपद में प्रवेश न करने पायें। मुर्गियों एवं अन्य पक्षियों तथा अण्डों का परिवहन खुले वाहनों से न किया जाये। जिससे परिवहन के दौरान उनके पंख,बीट इत्यादि बाहर न निकलें। कुक्कुट एवं कुक्कुट उत्पादन बाले बाजारों को सप्ताह में एक दिन बंद रखा जाये एवं बाजार लगने वालेे स्थानों को साफ सुथरा एवं विसक्रमित किये जाने हेतु आवश्यक व्यवस्थाये की जायें। बर्ड सेन्चुरी,वाटर बाडीस तथा ऐसे पार्को को जहां प्रवासी पक्षी/जंगली पक्षियों का आवागमन हो उनकी सूची बनायी जाये तथा संक्रमण रोकने के लिए बायों सिक्योरिटी के लिए उपाय किये जायें। रेपिड रिसपांस टीमों को सक्रिय किया जाये जिसके द्वारा वाटर बाडीस,बर्ड सेन्चुरी,पाल्ट्री फार्म, कुक्कुट बाजारों का नियमित निरीक्षण किया जाये तथा रिर्पोट प्रत्येक दिवस भेजी जाये। जन साधारण में आत्म विश्वास जागृत करने के लिए तथा कुक्कुट मांस के सुरक्षित उपभोग के लिए जन जागरण अभियान चलाते हुए जागरूकता उत्पन्न की जाये।
रिपोर्ट रामगोपाल कुशवाहा पीलीभीत