बरेली – जिले में झोलाझाप डॉक्टरों की बाढ़ सी आ गयी है ,ज्यादा मुफ़ाफ़े वाले इस डॉक्टरी पेशे को अब हाइस्कूल इंटर फैल लोग किसी बड़े डॉक्टर के यहाँ प्रैक्टिस करके देहात मे बड़े बड़े क्लिनिक बनाकर लोगो की ज़िंदगी के साथ खिलबाड़ कर रहे है ,स्वास्थ्य विभाग को सब कुछ पता होता है फिर भी यह क्लिनिक बिना डर के चल रहे है जिससे स्वास्थ्य विभाग पर सवालिया निशान लगते रहते है ।
बरेली जिले में झोलाछाप डॉक्टरों की बाढ़ सी आ गयी है। ज्यादा मुनाफे वाले इस डॉक्टरी पेशे को अब हाईस्कूल इंटर फैल लोग किसी बड़े डॉक्टर के यहाँ प्रैक्टिस करके देहात मे बड़े बड़े क्लिनिक बनाकर लोगो की ज़िंदगी के साथ खिलबाड़ कर रहे है। स्वास्थ्य विभाग को सब कुछ पता होता है फिर भी यह क्लिनिक बिना डर के चल रहे है जिससे स्वास्थ्य विभाग पर सवालिया निशान लगते रहते है ।
ताज़ा मामला बरेली की तहसील मीरगंज से सामने आया है। मीरगंज तहसील परिसर के बिल्कुल सामने एक छोटी सी दुकान में डिलीवरी कराई जाती है। वो भी बिना किसी डिग्री धारक डॉक्टर के बिना। स्वास्थ्य विभाग को जब इसकी किसी ने शिकायत की तो मीरगंज के चिकित्सा अधीक्षक डॉ अमित कुमार ने एक टीम को जांच के लिए भेजा। स्वास्थ्य विभाग की टीम जब अस्पताल पहुँचती है तो वहाँ पर उपस्थित सभी स्टाफ अस्पताल से रफू चक्कर हो जाते है। स्वास्थ्य विभाग की टीम अंदर जाकर देखती है तो अंदर डिलीवरी रूम दवाईयों का भंडार अंदर मिलता है जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम अस्पताल संचालक को नोटिस जारी करती है और उसका जवाब वो तीन दिन के अंदर देने के लिए कहती है।
आपको बता दे कि मीरगंज के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम बलिया मे घर के अंदर चल रहे क्लिनिक पर छापा मारती है जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम बलिया मे चल रहे घर पर क्लिनिक को भी नोटिस देकर आती है।
वही चिकित्सा अधीक्षक डॉ अमित कुमार ने बताया है कि उनको इन क्लिनिक की शिकायत मिली थी जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम को जाँच के लिए दोनो लोगो को नोटिस जारी कर दिया गया है। उनके जवाब के बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी। उंन्होने बताया कि स्वास्थ्य विभाग फर्जी चल रहे सभी अस्पताल पर कार्यवाही करेगा। किसी के जीवन के साथ कोई खिलवाड़ नही किया जाएगा।