14 सितंबर को 19 वर्षीय ज्योतिबा राव ( काल्पनिक नाम) के साथ कुछ दरिदों द्वारा सामूहिक बलात्कार कर जीभ काट , रीढ़ की हड्डी तोड़ मरणासन अवस्था मे छोड़ दिया जिसके बाद 28 सितंबर को ज़िंदगी और मौत की लड़ाई लड़ते लड़ते ज़िंदगी की जंग हार गई ।
जिसके पार्थिक शरीर को बिना परिवार की अनुमति के जबरजस्ती रात के अंधेरे में दाह संस्कार कर दिया , परिवार से अंतिम दर्शन का हक भी छीन लिया गया ।
जिसके विरोध में अबाजका ने आज शांतिमय ढंग से जसराना बस अड्डा से बड़ा चौराहा से घण्टाघर होते हुए तांगा स्टैंड पर बिटिया की फ़ोटो पर मालार्पण कर पुष्प अर्पित किया व श्रद्धांजलि दी गयी , अबाजका के के साथ शिक्षक संगठन के पदाधिकारियों ने व अन्य कई सामाजिक लोगो ने साथ दिया । शांतिमय ढंग से निकाले गए कैण्डल मार्च में मौन रहते हुए भी पोस्टर व तख्तियों के जरिये , से दोषियों को फांसी की सज़ा व जिला प्रशासन की लापरवाही के लिए दोषी अधिकारियों को बर्खास्त मांग की ।
तथा सामाजिक जागरूकता हेतु लोगो को अन्याय के खिलाफ आवाज उठाने का अनुरोध किया ।
इस कैण्डल मार्च व श्रद्धांजलि में प्रांतीय संगठन मंत्री कवींद्र सिंह , ज़िलाध्यक्ष हरिभूषण राव , ज़िला महासचिव अशोक कुमार गौतम , ज़िलाध्यक्ष BBS 3 रविंद सिंह , महासचिव शांति गौतम उमेश चन्द्र पी टी आई , मोहन लाल , महेंद्र प्रताप सिंह ,प्रमोद सिंह , राजकुमार , ब्रह्मचारी , महेश राणा , डॉ मनोज यादव , विमलेश कुमार , प्रमोद कठेरिया , दिलीप बाल्मीकि , शिव अवतार बाल्मीकि , दुर्गेश चन्द्रा , श्रद्धा बजरी , सविता , निर्मला राव , लता रानी , कमलेश जाटव , रिया राव , योगेश गौतम , रणधीर , शालनी गौतम इत्यादि सैकड़ो लोग पुलिस की उपस्थिति उपस्थित हुए ।