मैनपुरी: गुरुवार प्रातः को जनपद के प्रख्यात कवि बलराम श्रीवास्तव ने प्राथमिक विद्यालय रजवाना पर पहुँच कर राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता शिक्षक मोहम्मद इशरत अली का माल्यार्पण व अंग वस्त्र भेंट कर सम्मानित किया।
इस अवसर पर कवि बलराम श्रीवास्तव ने विद्यालय प्रबंधन समिति के सदस्यों को सम्मानित करते हुए कहा कि किसी भी संस्था की सफलता उससे जुड़े समाज के सहयोग पर निर्भर करती है आप सबने इशरत अली के सार्थक प्रयासों में उनका सहयोग किया जिसके फलस्वरूप आपके गांव विद्यालय और जनपद का नाम आज समस्त भारत वर्ष में जाना जाता है। जिसके पीछे आप सभी का परिश्रम विद्यालय के विकास के रूप में साफ तौर पर देखा जा सकता है। इस राष्ट्रीय उपलब्धि पर मैं प्रधानाध्यापक मोहम्मद इशरत अली के साथ साथ आप सभी को बधाई देता हूँ।
बलराम श्रीवास्तव जी ने अपनी रचनाओं में से सृजना के द्वार खोलें, ठहरो कुछ और देर और मन तुम्हारे पास है जैसी तीन बहुमूल्य पुस्तकें भेंट कीं। इस अवसर पर विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष राम सेवक व सदस्य रामवीर, रामगोपाल, हरप्रसाद, मुकंदी लाल, रमन लाल शर्मा, दिनेश कुमार, अनोखे लाल, शीला देवी, विनीता देवी उपस्थित रहीं।
“कभी भी जुल्म के घर में, ये मन चंगा नहीं होता।
जहाँ सौहार्द्र होता है, वहाँ दंगा नहीं होता।।
बहुत-सी धर्मधाराएँ समाहित यदि नहीं होतीं।
तो अपनी संस्कृति का रूप तिरंगा नहीं होता।।”