बरेली-गन्दगी के बारे में जितना कहा जाए कम है ।क्योंकि जितने जुमले जोड़े जाएंगे उतने ही बड़े अफसरों के काले कारनामे सामने आते हैं।आज हर दीवार,हर पोस्टर बैनर पर लिखा जाता है। कि स्वच्छ भारत अभियान हर जगह साफ सफाई रखें, न गन्दगी होने दे ना न गन्दगी करें अगर कोई गन्दगी करता नजर आए तो उसे मना करें, लेकिन यहाँ तो अफसरों या नेताओ की नाक के नीचे गन्दगी के ढेर लगे रहते हैं और अधिकारी मास्क के सहारे सफाई सफाई कहते निकल जाते हैं।अब देखिए न आंवला का मुख्य चौराहा ही गंदगी का भंडार गृह है जहाँ शौचालय में पानी न होने के कारण गंदगी रहती है।परिसर में पानी भरा रहता है जिससे मच्छर पनप कर बीमारी को दावत दी रहे हैं।।देहात क्षेत्र में भी प्रधान जी भी सफाई व्यवस्था को ताक में रख कर मजे में रहते हैं,और नालियों में गन्दगी भरी रहती है।खड़ंजों पर कूड़े के ढेर लगे रहते हैं।अगर सफाई कर्मी आते हैं तो प्रधानजी के इर्द गिर्द सफाई कर प्रधान जी द्वारा ही बापस कर दिए जाते हैं कि कोई बात नही बाद में कर देना लेकिन कभी नही कराई जाती