बरेली-आंवला तहसील क्षेत्र की पीडब्ल्यूडी की हालत इतनी बेकार है कि इसके विषय मे हर राहगीर गाली देने में लग जाता है।रामनगर सड़क की हालत की बात करें तो यह सड़क ठीक हुए महज 7 महीने ही हुए हैं औऱ हालत ऐसी लगती है कि सालो से युही पड़ी है। सड़क में इतने गहरे गड्ढे हो गए हैं कि अगर भूल से भी पहिया गड्ढे में घुस जाए बिन बेकार हुए नही बच सकता।
अगर व्यस्ततम सड़को की बात की जाए तो वही सड़के सबसे अधिक जर्जर हैं।आंवला तहसील का अधिक आवादी बाला गांव व्योधन खुर्द है जहाँ की चौतरफा सड़को की हालत खस्ता है,आप बदायूं की सीमा की तरफ जाएंगे तो सड़क की हालत खस्ता,अगर आप रामपुर की सीमा को छुएंगे तो सड़क की हालत बेकार,अगर आप हरदासपुर जाएंगे तो गद्दों से कूदते हुए ही जाना होगा, अगर आप आंवला से मनौने होते हुए बिसौली की सीमा की तरफ जाएंगे आप गद्दों के हिचकौले खाते हुए ही जाएंगे,अगर आप रामनगर से लभारी होते हुए अलीगंज सिमा को जाएंगे तो बहु गड्ढे कम नही दिखेंगे।
आंवला की सड़कों की हालत की यह सड़क सबसे अधिक याद दिलाती है कि कितनी अच्छी है यहाँ कार्यशैली, कितने कुशल हैं यहां के नेता जी,विधायक जी या हमारे जिला पंचायत सदस्य जी और तो और हमारे सांसद जी,इन्हें बस अपने खुद की चिंता रहती है जनता की नह जनता की चिंता तब याद आती है जब इन्हें लगता है कि उन्हें अब पर लगाने बाली जनता ही है।तब यह यहाँ आते हैं और जीत कर मुड़ कर नही देखते।