नवाबगंज के थाना हाफिजगंज के ग्राम बीजामऊ में शराब की भट्टी खोले जाने से साध/ सतनामी समाज में भारी रोष व्याप्त है। बताते चलें कि उत्तर प्रदेश के बरेली तहसील नवाबगंज का बीजामऊ ग्राम साध / सतनामी समाज इकलौता गांव है। इस समाज के लोगों का अपना अलग ही इतिहास है यह लोग अहिंसा तथा शुद्ध शाकाहार में विश्वास रखते हैं यहां तक की गांव में किसी को न तो मछली मारने और जानवरों का शिकार करने की अनुमति नहीं है, गांव की दुकानों पर नशे की चीजें भी बेचना पूरी तरह से प्रतिबंधित है। साध/ सतनामी समाज के लोगों के बारे में एक बात और भी प्रचलित है उन्होंने अंग्रेजी हुकूमत काल में भी अंग्रेजों को गांव में शिकार करने से रोक दिया था। यही वजह है की गांव में आज तक शराब की दुकान नहीं खोली जा सकी। लेकिन आजादी के बाद पहली बार गांव में देसी शराब की दुकान खोले जाने से साध/ सतनामी समाज के लोगों में भारी रोष व्याप्त है। सतनामी समाज के प्रमुख वीरेंद्र सिंह साध उर्फ मुखिया, विवेक साध, प्रवीन साध, मोहजीत साध और जय गुरुदेव संघ के ओमकार कश्यप, हरीश कश्यप आदि ने भाजपा नेत्री जिला पंचायत सदस्य नीरू सिंह सागर के नेतृत्व में उप जिलाधिकारी नवाबगंज को ज्ञापन सौंपकर गांव से तत्काल शराब का ठेका हटवाने की मांग की। इसके साथ ही केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार तथा क्षेत्रीय विधायक केसर सिंह गंगवार से मिलकर शराब का ठेका हटवाने की मांग की है।