मैनपुरी / एलाऊ: खरीफ की मुख्य फसल है धान, जिसका कार्य शुरू हो गया है । जिले में कई हजार हेक्टेयर धान की खेती का लक्ष्य है। परंतु, अब कम ही धान की रोपाई-बुआई हुई है। जबकि जुलाई माह आधा बीतने पर है। इसका मुख्य कारण इंद्रदेव की नाराजगी है। यहां बारिश की स्थिति अत्यंत ही दयनीय है। जून में औसत से बहुत कम बारिश होने के कारण किसान हतप्रभ है। निराश किसान रोज इंद्रदेव से बरसने की प्रार्थना करते हैं, परंतु मूसलाधार बारिश अब भी नहीं हो रही है, ताकि जमकर रोपनी और बुआई हो सके। उधर बिजली का भी आलम खराब है ,बिजली की कम मात्रा में सप्लाई किसानों की आफत बनी हुई है। क्षेत्र के कई गांवो में 2 घंटे फिटर से बिजली सप्लाई हो रही इसलिए किसान बहुत ही परेशान है औग फीटर से पप्पू यादव का यह कहना है कि ऊपर से बिजली नहीं आ रही तो मैं क्या घर से बनाऊं जबकि ऊपर से ही कम सप्लाई है । गर्मी भयंकर है बिजली की खपत बहुत है। अमीर हो या गरीब सबको लाइट चाहिए । बिजली खपत सब करते हैं उतना उत्पादन है नहीं । जरूरत से ज्यादा बिजली इस्तेमाल भी एक समस्या है ।
एक किसान का कहना है की निजी पंपसेट मालिक एक घंटे सिचाई का डेढ़ सौ रुपये लेते हैं। निजी पंपसेट से पटवन कर किसी तरह से धान की बुआई कर रहे हैं।
रिपोर्टर :केतु चौहान