पीलीभीत में 936 जोड़े सामूहिक रूप से विवाह बंधन में बंधे

पीलीभीत में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत ड्रमंड कॉलेज में समारोह का आयोजन किया गया। इसमें लक्ष्य से अधिक 936 विवाह हुए। इनमें 15 मुस्लिम जोड़े भी शामिल रहे। आयोजन को लेकर पूरे दिन कॉलेज परिसर में खासी चहल-पहल रही। नवदंपतियों को राज्यमंत्री, विधायक और अफसरों ने आशीर्वाद दिया।

जिले को 1181 विवाह का लक्ष्य मिला था। इनमें से 408 विवाह नवंबर में कराए जा चुके हैं। शेष 773 के लिए आवेदन मांगे गए थे। अंतिम तारीख 18 जनवरी तय की गई थी। लक्ष्य के सापेक्ष तय समय तक 1194 आवेदन प्राप्त हुए। सत्यापन के बाद 936 आवेदन मान्य हुए। शनिवार को सभी को विवाह के लिए ड्रमंड कॉलेज बुलाया गया। यहां हिंदू जोड़ों का विवाह वैदिक रीति-रिवाज के साथ कराया गया। 15 मुस्लिम जोड़ों का निकाह कराया गया। समारोह में राज्यमंत्री संजय सिंह गंगवार, विधायक पूरनपुर बाबूराम पासवान, सीएमओ धर्मेंद्र प्रताप सिंह ने आशीर्वाद दिया।

जिला समाज कल्याण अधिकारी चंद्रमोहन विश्नोई ने बताया कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत शासन से एक जोड़े की शादी पर 51 हजार व्यय किए जाते हैं। इसमें कन्या के दांपत्य जीवन की खुशहाली एवं गृहस्थी की स्थापना के लिए 35000 रुपये उसके बैंक खाते में जमा कराए जाते हैं। 10 हजार रुपये विवाह संस्कार के लिए आवश्यक सामग्री बिछिया, पायल, वस्त्र आदि पर खर्च होते हैं। बरातियों, घरातियों के भोजन आदि की व्यवस्था पर 6000 रुपये व्यय किए जाते हैं। इस दौरान पीओ डूडा, जिला प्रोबेशन अधिकारी, कार्यक्रम अधिकारी, श्रम प्रवर्तन अधिकारी मौजूद रहे।

टनकपुर हाईवे पर कई बार लगा जाम
ड्रमंड कॉलेज में समारोह को लेकर पूरे दिन टनकपुर हाईवे पर जाम की स्थिति बनी रही। व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस मौजूद रही। शाम को कार्यक्रम समाप्त होने के बाद भीड़ बढ़ने पर हालात बेकाबू हो गए। काफी देर तक लोग जाम में फंसे रहे।