छिबरामऊ (कन्नौज) : राजस्थान औषधालय (आरएपीएल ग्रूप) मुम्बई द्वारा भारत भर में चलाये जा रहे डॉक्टर्स सम्मान समारोह के तहत छिबरामऊ में वेस्टर्न बाईपास के पास रामेस्वरूम पैलेस में सोमवार को डॉक्टर्स सम्मान समारोह में कन्नौज जिले के 72 आयुर्वेदिक चिकित्सकों को सम्मानित किया गया।
समारोह के मुख्य अतिथि वरिष्ठ आयुर्वेद अधिकारी डॉ. चन्द्रशेखर ने कहा कि आयुर्वेदिक चिकित्सकों ने अपनी जान की बाजी लगाकर लाखों कोविड-19 के मरीजों की जिंदगी बचाई, असल कोरोना योद्धा आयुर्वेद के चिकित्सक हैं, भारत में आयुर्वेदिक दवाईयों का ईस्तमाल नहीं किया जाता तो देश में कोरोना से भयावह स्थिति पैदा होती।
डॉ. चन्द्रशेखर ने कहा कि समारोह में उन आयुर्वेदिक चिकित्सकों का सम्मान किया गया, जिन्होंने जिले में कोविड-19 के दौरान निस्वार्थ भाव से आमजन की सेवा की। उसी को देखते हुए आरएपीएल ग्रुप मुम्बई ने आयुर्वेदिक डॉक्टर्स का सम्मान कर नई ऊर्जा दी हैं, आयुर्वेदिक चिकित्सकों द्वारा जिस तरह से जिले में कोरोना काल के दौरान सेवा की गई, उसी का परिणाम हैं, कि राजस्थान औषधालय ने उन्हें सम्मान से नवाजा।
इस दौरान कार्यक्रम में बतौर अतिथि डॉ. विनय यादव ने कहा कि कोविड-19 के दौरान आयुर्वेदिक चिकित्सकों ने अपनी जान की बाजी लगाकर मानवीय सेवा कर साबित किया कि एक चिकित्सक भगवान का दूसरा रूप होता हैं, आयुर्वेदिक औषधियां कोरोना के दौरान कारगर साबित हो रही थी, उस समय आयुर्वेद के डॉक्टर्स के उपर भी बड़ी जिम्मेवारियां आई, जिसका गोण्ड़ा जिले के चिकित्सकों ने सामना किया। उसी मेहनत को समझते हुए राजस्थान औषधालय ने सम्मानित कर आयुर्वेदिक डॉक्टर्स को नई दिशा दी है। उन्होंने आरएपीएल ग्रुप के चैयरमेन रहे डॉ. सलाऊदीन चोपदार को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उन्होंने भारत में नशा मुक्त अभियान की शुरूआत कर देश के लाखों लोगों को नशा मुक्ति की दवा देकर नया जीवनदान दिया।
डॉक्टर्स सम्मान समारोह में डॉ. जी.एस.यादव ने कहा कि आयुर्वेद पद्धति को अपनाकर ही कोरोना को हराया जा सकता हैं, कोविड-19 से लड़ने के लिए आयुर्वेद नई-नई खोज कर दवाई तैयार कर रहा हैं, उन्होंने सम्मानित हुए सभी चिकित्सकों को बधाई देते हुए कहा कि जिस तरह आरएपीएल ग्रुप ने जिले के डॉक्टर्स को सम्मानित कर हौसला बढ़ाया हैं, उसी प्रकार से कोरोना की थर्ड वैव में पूरी निष्ठा और लगन से जिले के डॉक्टर्स आमजन की सेवा करेंगे। चिकित्सकों ने जिस तरह से जिले में कोरोना काल के दौरान सेवा की, उसी का परिणाम हैं, कि राजस्थान औषधालय ने उन्हें सम्मान से नवाजा। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के दौरान चिकित्सकों ने अपनी जान की बाजी लगाकर मानवीय सेवा कर साबित किया कि चिकित्सक भगवान का दूसरा रूप होता है। कार्यक्रम में अतिथियों ने कहा कि आयुर्वेदिक चिकित्सकों ने आयुर्वेदिक प्रणालियों का उपयोग करते हुए मरीजों को काढ़ा सहित अन्य प्रकार की आवश्यक दवा उपलब्ध करवाई, जो कि कारगर साबित हुई। उन्होंने कहा कि आरएपीएल ग्रुप ने जिस तरह से डॉक्टर्स का सम्मान किया हैं, उससे हर चिकित्सक का मनोबल बढ़ा हैं, भारत के प्राचीनतम पद्धति की पूरे विश्व ने प्रशंसा की हैं, जिसको आरएपीएल ग्रूप मॉर्डन बनाकर विश्व भर में पेश कर रहा है।
डॉक्टर्स सम्मान समारोह की शुरूआत धन्वतंरि पूजा से की गई। अतिथियों ने धन्वतंरि की प्रतिमा पर दीप प्रज्वल्लित किया। सम्मान समारोह में अतिथियों का राजस्थान औषधालय मुम्बई (आरएपीएल ग्रुप) परिवार की ओर से माला, शॉल, साफा प्रतीक चिन्ह् भेंट कर सम्मानित किया गया।
इस दौरान कार्यक्रम में आरएपीएल ग्रूप के चैयरमेन रहे डॉ. सलाऊदीन चोपदार को दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई। इस अवसर पर सम्मान समारोह में डॉ. मोहिनी, डॉक्टर अनुज कुमार राठौर, डॉक्टर आलोक यादव, डॉक्टर बाबूराम शाक्य, डॉक्टर उत्कर्ष राठौर , डॉक्टर विनय यादव, डॉक्टर सुरेंद्र यादव, डॉक्टर सहित आरएपीएल ग्रुप के शेर खान सहित जिले भर के आयुर्वेदिक चिकित्सक एवं गणमान्यजन उपस्थित थे।
सवांददाता : नीलेश राजपूत