कासगंज-एटा रेल लाइन के लिए 389 करोड़ रुपये का बजट रेलवे बोर्ड द्वारा जारी कर दिया गया है। जानकारी मिलते ही जनपद के लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई। एक दशक का लोगों का संघर्ष रंग लाया है। पूर्वोत्तर रेलवे को यह बजट जारी किया गया है। इसे पिंक बुक में दर्ज किया गया है।
18 जनवरी 1959 को तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने टूंडला एटा रेल लाइन की आधारशिला रखी थी। उसके बाद से ही जिले के वासी लाइन आगे बढ़ने का इंतजार कर रहे थे। लगभग सात दशक के इंतजार के बाद सोमवार देर शाम जब लोगों को यह खुशखबरी मिली, तो बड़े ही उल्लास और उमंग के साथ लोगों ने इसका स्वागत किया। लोगों का कहना है कि इसके लिए अमर उजाला समाचार पत्र ने लगातार प्रयास किया। सभी के सहयोग से आखिरकार रेल लाइन विस्तार को बजट की स्वीकृति मिल ही गई।
यहां होंगे खर्च 389 करोड़ रूपये
329 करोड रुपए में सिविल कार्य, 17.85 करोड़ में एसएंडटी और 42.22 करोड़ रुपये में इलेक्ट्रिकल का काम होगा।
बोले लोग
जिले की जनता को लगभग सात दशक से इस रेल लाइन के विस्तार का इंतजार था। आखिरकार रेल बजट पास हुआ है। हमें उम्मीद है कि जल्द ही काम भी शुरू होगा। -अवनीश गुप्ता, व्यापारी हमारी संस्था ने इसके लिए संघर्ष किया। जिले से लेकर दिल्ली तक आवाज उठाई। रेल लाइन मंजूरी के बाद अब बजट जारी होने से इंतजार खत्म हुआ। -सत्यप्रवीन गुप्ता, प्रमुख सलाहकार लक्ष्य सस्था जिले के लिए बहुत बड़ी खुशखबरी है। इससे व्यापारियों के साथ-साथ आम आदमी को भी काफी लाभ होगा। एटा रेलवे स्टेशन पूरे भारत से जुड़ जाएगा। मेधाव्रत शास्त्री, समाजसेवी 19 फरवरी जिले के लिए ऐतिहासिक दिन है। लगभग 7 दशकों के बाद जिले में रेल लाइन का विस्तार होने के लिए पैसा आया है। इससे व्यापारी, कर्मचारी व हर वर्ग का लाभ होगा। -शैलेश यादव, रिटायर्ड रेलवे कर्मचारी