एंड्रायड को ऐसे रखें सेफ

स्मार्टफोन और अन्य मोबाइल डिवाइस आज हर किसी के लिए लाइफलाइन जैसे हो गए हैं। मोबाइल फोन का इस्तेमाल लोग न सिर्फ एक-दूसरे से कनेक्ट रहने के लिए करते हैं, बल्कि ये अब दैनिक जीवन की तमाम जरूरी एक्टिविटीज, जैसे-फिटनेस, न्यूज, इंटरनेट, पेशेगत कामकाज से भी जुड़ गए हैं। आपके मोबाइल फोन में फोटो, करियर इंफॉर्मेशन, हॉबीज, कॉन्टैक्ट, एंटरटेनमेंट और शॉपिंग प्रिफरेंस आदि के रूप में बेशकीमती अंडर-प्रोटेक्टेड डिजिटल एसेट रखे होते हैं। इसलिए यह बेहद जरूरी है कि आप अपने इस संसाधन को चोरी और मालवेयर से बचाकर रखें।…

ताजे फल व सब्ज़ियों का सेवन कम करने से बढ़ता है कोलोरेक्टल कैंसर का खतरा

कोलोरेक्टल कैंसर (कोलो से आशय बड़ी आंत और रेक्टल से आशय मलाशय रेक्टम से है) को पेट का कैंसर या बड़ी आंत का कैंसर भी कहा जाता है। कोलोरेक्टल कैंसर में बड़ी आंत, मलाशय और एपेंडिक्स में होने वाला कैंसर भी शामिल है। कोलन और रेक्टम एक साथ मिलकर बड़ी आंत का भाग बनाते हैं। बड़ी आंत पचे हुए आहार के अवशेष को छोटी आंत से ले आती है और अवशोषित व नुकसानदेह तत्वों को मलद्वार के रास्ते बाहर निकाल देती है। असामान्य रूप से जब कोशिकाओं की वृद्धि कोलन,…

आपके स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है सौंफ का पानी

सौंफ का प्रयोग अक्सर लोग मुंह की दुर्गन्ध मिटाने के लिए करते हैं। भोजन के बाद इसका सेवन करने से मुंह का स्वाद ही बदल जाता है। सेहत के लिए सौंफ ही नहीं बल्कि इसका पानी भी बहुत फायदेमंद होता है। अगर आप मोटापे से परेशान हैं तो आप सौंफ के पानी को अपनी डाइट में जगह दीजिए। इसके लिए आप हर रोज एक गिलास सौंफ के पानी में शहद मिलाकर रोज सुबह खाली पेट पीएं। इससे वजन तेजी से कम होगा। सौंफ गर्भवती महिलाओं के लिए काफी लाभदायक माना…

हवाई जहाज के टायरों में क्यों भरी जाती है नाइट्रोजन गैस आइये जाने

विमान के टायर नाइट्रोजन से भरे होते हैं क्योंकि नाइट्रोजन गैस ज्यादातर निष्क्रिय होती है, जिसका अर्थ है कि इसे अन्य पदार्थों के साथ प्रतिक्रिया करने के लिए अधिक ऊर्जा की आवश्यकता होती है। यह महत्वपूर्ण है क्योंकि ऊंचे तापमान पर, ऑक्सीजन रबर के साथ प्रतिक्रिया कर सकती है। ऑक्सीकृत रबर गैर-ऑक्सीडित रबर की तुलना में कमजोर है, और कमजोर टायर पसंद नहीं किए जाते हैं। ऑक्सीजन नाइट्रोजन की तुलना में बहुत तेजी से रबर के माध्यम से फैलता है। इसका मतलब यह है कि 95% नाइट्रोजन (मुद्रास्फीति के प्रयोजनों…

गुरुत्वाकर्षण के सिद्धांत

गुरुत्वाकर्षण (ग्रैविटेशन) एक पदार्थ द्वारा एक दूसरे की ओर आकृष्ट होने की प्रवृति है। गुरुत्वाकर्षण के बारे में पहली बार कोई गणितीय सूत्र देने की कोशिश आइजक न्यूटन द्वारा की गयी जो आश्चर्यजनक रूप से सही था। उन्होंने गुरुत्वाकर्षण सिद्धांत का प्रतिपादन किया। न्यूटन के सिद्धान्त को बाद में अलबर्ट आइंस्टाइन द्वारा सापेक्षता सिद्धांत से बदला गया। इससे पूर्व वराह मिहिर ने कहा था कि किसी प्रकार की शक्ति ही वस्तुओं को पृथिवी पर चिपकाए रखती है। गुरुत्वाकर्षण सिद्धांत का इतिहास वैज्ञानिक क्रांति गुरुत्वाकर्षण सिद्धांत पर आधुनिक काम 16 वीं…

रात में आप भी चलाते है फोन तो जाने ये बात

मोबाइल फोन से हर कोई परेशान है व न चाहते हुए उससे पीछा नहीं छुड़ा सकते। आपको बता दें, 18 से 24 वर्ष की लगभग आधी आबादी का कहना है कि वे मोबाइल फोन की वजह से अकसर थके-थके रहते हैं व इससे उनके कार्य पर प्रभाव पड़ता है. मोबाइल के कारण ही लोग रात को सोते नहीं हैं व न ही दिन में उनका कार्य में मन लगता है। जानकारी दे दें कि साइंटिस्ट्स इसे टेक्नोफेरेंस कहते हैं. टेक्नोफेरेंस वह स्थिति होती है जब मोबाइल फोन की वजह से…