उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में इंसानियत को शर्मसार करने वाली, लोगों का दिल दहला देने वाली घटना सामने आई। ईसानगर थाना क्षेत्र के ग्राम पकरिया के सत्रोहन लाल गौतम की पुत्री दोपहर में शौंच के लिए खेतों की तरफ गयी थी। तभी गांव के ही दो युवकों ने नाबालिग बच्ची को पकड़कर खेतों में ले गए जहां उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। दुष्कर्म के बाद पीड़िता की दोनों आंखें फोड़ दी, उसकी जुबान काट दी। और उसके गले में फंदा डालकर उसे खेतों में काफी देर तक घसीटा गया। बाद में मनचले युवकों ने शव को गन्ने के खेत में फेंककर वहां से भाग गए। दोपहर में घर से निकली बच्ची जब शाम तक घर नहीं लौटी तो उसके परिजनों ने बच्ची की तलाश शुरू कर दी। परिजनों ने इसकी सूचना पुलिस प्रशासन को भी दी। पुलिस परिजनों के साथ देर रात तक मासूम नाबालिग बच्ची की तलाश करते रहे। तभी देर रात मासूम बच्ची का शव गन्ने के खेत से बरामद हुआ। पुलिस ने घटनास्थल से शव को बरामद कर उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इस मामले को लेकर परिजनों ने गांव के ही दो युवकों संतोष यादव और संजय गौतम पर बच्ची के साथ सामूहिक दुष्कर्म कर उसकी हत्या करने का आरोप लगाया है। 15 अगस्त को पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में पीड़िता के साथ सामूहिक दुष्कर्म होने कि पुष्टि हुई है। जिसके बाद पुलिस ने परिजनों की तहरीर के आधार पर आरोपियों के खिलाफ हत्या व सामूहिक दुष्कर्म करने का मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है।