जिलाधिकारी ज्ञानेन्द्र सिंह जिला स्वास्थ्य समिति की अध्यक्षता में संपन्न हुई। जिला स्वास्थ्य समिति (शासी निकाय) की बैठक में स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत विभिन्न कार्यक्रमों यथा नेशनल क्वालिटी एसयोरैंस (एनक्यूएएस) प्रगति, मातृ मृत्यु आदि की समीक्षा की गयी जिस हेतु निर्देशित किया गया कि समस्त मातृ मृत्यु को रिपोर्ट किया जाए एवं यदि किसी गभर्वती महिला (15 से 49 वर्ष) गर्भावस्था के दौरान एवं प्रसव के 42 दिन के अन्दर मृत्यु होती है तो 104 टोल फ्री नंबर के माध्यम से भी मातृ मृत्यु की सूचना दी जा सकती है नियम अनुसार सूचना प्रदाता को उसके खाते में रू. 1000 हस्तांतरित करने का प्रावधान है जिसका प्रचार प्रसार किया जाए, जननी सुरक्षा योजना, जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम, एफ0आर0यू0 कार्यक्रम की समीक्षा की गई जिसमें निर्देशित किया गया की समस्त ब्लॉक स्तरीय फर्स्ट रेफरल यूनिट्स यथा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बीसलपुर, बरखेड़ा, अमरिया एवं पूरनपुर पर सिजेरियन प्रसवों को संपादित करने की सुविधा उपलब्ध है, प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान, पीएमएसएमए दिवसों में क्यूआर कोड के माध्यम से अल्ट्रासाउंड की निःशुल्क सुविधा का प्रचार प्रसार कर गर्भवती महिलाओं को आच्छादित किया जाए, टीकाकरण, परिवार कल्याण, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम, आभा आई0डी0 प्रगति, वित्तीय व्यय आदि कार्यक्रमों की समीक्षा की गयी। आभा आई0डी0 के संदर्भ में निर्देशित किया गया कि विद्यालयों में कैंप लगाकर सभी बच्चों एवं ग्राम प्रधान के माध्यम से समस्त जनमानस की आभा आई0डी0 बनवाना सुनिश्चित किया जाए। जिलाधिकारी महोदय के द्वारा समस्त एमओआईसी को समस्त सूचकांकों में सुधार एवं समस्त विभागीय योजनाओं के प्रचार प्रसार हेतु निर्देशित किया साथ ही आकांक्षी ब्लाक पूरनपुर के एमओआईसी को विशेष ध्यान देते हुए कार्यक्रमों में सुधार हेतु निर्देशित किया। बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी (बाल विकास), जिला विधालय निरीक्षक, जिला पंचायत राज अधिकारी, समस्त एम0ओ0आई0सी0 एवं अन्य जनपद स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।
पीलीभीत : मातृ मृत्यु की टोल फ्री नं. 104 पर सूचना प्रदाता के खाते में दिये जाएगें एक हजार रुपये
