पीलीभीत : गजरौला क्षेत्र में पांच साल की बच्ची ने खाया विषाक्त पदार्थ

पुलिस लाइंस में बृहस्पतिवार को घटना का खुलासा करते हुए सीओ सिटी दीपक चतुर्वेदी ने बताया कि आठ नवंबर की सुबह गजरौला क्षेत्र के एक गांव के निकट घटना सामने आई थी। इसमें घर से स्कूल के लिए निकली कक्षा पांच की छात्रा की ओर से बाइक सवार दो लोगों पर रास्ते में रोककर विषाक्त पदार्थ खिलाने का आरोप लगाया गया था।स्कूल पहुंचने पर उसकी हालत बिगड़ी तो शिक्षकों ने पूछताछ के बाद परिजनों को सूचना देकर उसे शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया था। जहां उसका आईसीयू में उपचार चलता रहा। बाइक सवार युवकों के उसकी चाची के गांव का होने की बात भी छात्रा की ओर से कही गई। जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने परिजनों से पूछताछ के बाद जांच शुरू की।

शुरुआती जांच में घटनास्थल पर मिली विषाक्त पदार्थ की डिब्बी और छात्रा के बैग में लगे विषाक्त पदार्थ की दुर्गंध एक सामान मिली। इससे घटना को संदिग्ध मानते हुए जांच को आगे बढ़ाया गया। रिपोर्ट दर्ज करने के बाद छात्रा के परिजनों समेत कई लोगों से पूछताछ की गई। छात्रा के स्वस्थ होने पर अफसरों ने उससे भी जानकारी की।

इसपर छात्रा ने बताया कि पढ़ाई में मन न लगने की वजह से उसने घर से विषाक्त पदार्थ लाकर खुद ही खा लिया था। बाद में परिजनों के डर के चलते उसने बाइक सवार दो लोगों के घटना को अंजाम देने की कहानी सुनाई थी। जिला अस्पताल की मनोचिकित्सक डॉ. पल्लवी सक्सेना का कहना है कि अभिभावक बच्चों पर पढ़ाई के लिए अनावश्यक दबाव बिल्कुल न बनाएं। पढ़ाई में मन न लगने पर नाराजगी के बजाय बच्चों को कहां पर दिक्कत आ रही है, इसपर ध्यान केंद्रित करें। किसी अन्य बच्चे के अंकों से बिल्कुल भी तुलना न करें। यह भी ध्यान रखें कि फेल और पास से अलग हटकर बच्चों को अपना होने का एहसास कराएं। बच्चे को हर परिस्थिति में साथ में होने का एहसास कराएं।

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