नई दिल्ली: भुगतान बैंक और पार्सल निदेशालय शुरू करने के बाद भारतीय डाक की अगली योजना बीमा कंपनी स्थापित करने की है. संचार मंत्री मनोज सिन्हा ने बताया कि अगले दो साल में बीमा कंपनी बनाने का निर्णय किया गया है. सिन्हा ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘डाक विभाग अब अपने आप को नए रूप में ढाल रहा है. पार्सल निदेशालय और भुगतान बैंक को शुरू कर अपने कारोबार का विविधीकरण करने के बाद डाक विभाग ने अगले दो साल में एक बीमा कंपनी स्थापित करने का निर्णय किया है. यह एक विशेष कारोबार इकाई होगी.’’
उन्होंने कहा, ‘‘आने वाले हफ्तों में एक बीमा कंपनी स्थापित करने के लिए सलाहकार की नियुक्ति का आवेदन पेश किया जाएगा.’’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक सितंबर को भारतीय डाक भुगतान बैंक (आईपीपीबी) की शुरुआत की थी. इससे सरकार का मकसद डाक विभाग की देशभर में पहुंच का लाभ उठाने का है. ताकि उसके तीन लाख डाकियों और ग्रामीण डाक सेवकों के माध्यम से वित्तीय समावेशन योजनाओं को सूदूरतम इलाकों तक पहुंचाया जा सके.
डाक विभाग ने अप्रैल में पार्सल निदेशालय की भी शुरुआत की थी. यह स्वतंत्र तौर पर पार्सल या लॉजिस्टिक कारोबार को लेकर तेजी से निर्णय ले सकता है.
वर्तमान में डाक विभाग, डाक जीवन बीमा की पेशकश करता है यह देश की सबसे पुरानी बीमा पॉलिसी है जिसकी शुरुआत 1884 में की गई थी.