पीलीभीत : जिलाधिकारी श्री पुलकित खरे की अध्यक्षता में जनपद के निजी मान्यता प्राप्त विद्यालयों में दीक्षा एप के अंगीकरण एवं आर0टी0ई0 रजिस्ट्रेशन के सम्बन्ध में निजी मान्यता प्राप्त विद्यालयों के प्रबंधक/प्रधानाचार्य के साथ समीक्षा बैठक गांधी प्रेक्षागृह में सम्पन्न हुई। बैठक में निजी मान्यता विद्यालयों स प्रबन्धकों/प्रधानाचार्य को दीक्षा एप/प्ले एलाॅग एप को डाउनलोड करने व दीक्षा एप के माध्यम से शिक्षण कार्य के सम्बन्ध में विस्तार से जानकारी प्रोजेक्टर के माध्यम से प्रदान की गई तथा दीक्षा एप की उपयोगिता एवं प्ले एलाॅग एप के माध्यम से सीखने की शिक्षा को सरल बनाने के सम्बन्ध में विस्तार से जानकारी दी गई। इसके साथ ही साथ सभी को स्वच्छता सर्वेक्षण एप डाउनलोड करने के साथ स्वच्छता के प्रति जागरूक किया गया। आयोजित बैठक में जिलाधिकारी द्वारा समस्त जिला प्रबन्धकों/प्रधानाचार्यों को निर्देशित करते हुये कहा कि जनपद के विकास हेतु शिक्षा, स्वच्छता एवं स्वास्थ्य के लिए सभी का सहयोग अपेक्षित है। उन्होंने कहा कि अच्छी शिक्षा हेतु आवश्यक है कि परिसर की साफ सफाई के साथ परिसर के आसपास को भी स्वच्छ एवं साफ रखें तथा स्कूल की बाउण्ड्रीवाल पर प्रेरित एवं आकर्षित करने वाले पेंटिंग्स का कार्य कराया जाये। उन्होंने कहा कि बच्चों की सुरक्षा एवं अपराधिक तत्वों पर नियंत्रण हेतु प्रत्येक विद्यालय में प्रवेश द्वार पर सीसीटीवी कैमरे लगाना सुनिश्चित किया जाये। उन्होंने कहा कि गरीब वर्ग के बच्चों को अच्छी शिक्षा प्रदान करने हेतु शिक्षा का अधिकार अधिनियम लागू किया गया है। जनपद में 800 निजी विद्यालयों के सापेक्ष मात्र 250 विद्यालयों द्वारा आरटीई के तहत पंजीकृत कराया गया है, आगामी सत्र के लिए सभी विद्यालयों के प्रबन्धक/ प्रधानाचार्य सुनिश्चित करें कि विद्यालय को आरटीई के तहत पंजीकरण कराना सुनिश्चित करें, जिससे आसपास के गरीब बच्चों को भी अच्छी शिक्षा प्राप्त करने का अवसर मिल सके। सभी प्रधन्धक/प्रधानाचार्य अपने विद्यालय के शिक्षकों व छात्र/छात्राओं को दीक्षा एप/प्ले एलाॅग एवं स्वच्छता सर्वेक्षण का एॅप डाउनलोड कराये जिससे नई तकनीकों के माध्यम से सरलता से छात्र/छात्राओं को सिखाया/समझाया जा सके। उन्होंने कहा कि स्वच्छता एप विद्यालय से जुडे अभिभावकों के साथ अधिक से अधिक लोगों को अपलोड कराया जाये, जिससे स्वच्छता सर्वेक्षण में अच्छा कार्य किया जा सके। उन्होंने कहा कि निजी और सरकारी विद्यालय आपसी सहयोग से कार्य करें तथा प्रत्येक निजी विद्यालय द्वारा सरकारी विद्यालयों को गोद लेकर आपसी समन्वय के साथ पठन पाठन का कार्य सम्पन्न किया जाये, जिससे बच्चों का सर्वाींगण विकास किया जा सके। उन्होंने कहा कि जनपद में शिक्षकों को सम्मानित करने हेतु प्रत्येक माह नवाचार पुरस्कार प्रारम्भ किया जाये। जिसके अन्तर्गत ऐसे शिक्षक/प्रबन्धकों/प्रधानाचार्य को सम्मानित किया जायेगा जो नवाचार कार्य करते हुये बच्चों को शिक्षा प्रदान कर रहें है तथा नई तकनीकी को स्वयं विकसित कर विद्यालय में शिक्षा प्रदान की जा रही है उसका प्रचार प्रसार करते हुये अन्य बच्चों/अध्यापकों तक पहुंचाया जायेगा। उन्होंने सभी को कन्या सुगमंला योजना के सम्बन्ध में जानकारी देते हुये कहा कि ऐसे गरीब बच्चों को योजना लाभ आवश्यक दें। उन्होंने कहा कि बालिकाओं की प्राथमिक शिक्षा व उच्च प्राथमिक में प्रवेश हेतु रू0-2000-2000, कक्षा 09 में प्रवेश रू0 3000 व स्नातक शिक्षा में प्रवेश हेतु रू0 5000 की आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी श्री प्रशान्त श्रीवास्तव, जिला बेसिक शिक्षा श्री चन्द्रकेश, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।
रिपोर्ट रामगोपाल कुशवाहा पीलीभीत