मौजूदा रणजी सीजन का चौथा राउंड मंगलवार से खेला जाएगा। टूर्नामेंट में शामिल 38 टीमें 19 मुकाबलों में देशभर के अलग-अलग मैदानों पर दो-दो हाथ करती नजर आएंगी। प्रमुख मैचों में मुंबई का तमिलनाडु, मध्य प्रदेश का विदर्भ, सौराष्ट्र का दिल्ली और आंध्र प्रदेश का हैदराबाद से सामना होगा।अन्य मुकाबलों में गुजरात-पंजाब, राजस्थान-झारखंड, उत्तराखंड-बंगाल, बड़ौदा-हिमाचल, बिहार-सिक्किम, उत्तर प्रदेश-हरियाणा और चंडीगढ़-त्रिपुरा भी भिड़ेंगे। शुरुआती तीन राउंड के बाद उत्तराखंड, मुंबई, कर्नाटक और मध्य प्रदेश एलीट कैटेगरी में अपने-अपने ग्रुप में टॉप पर चल रहे हैं।
प्लेट कैटेगरी में मेघालय टॉप पर बना हुआ है। टूर्नामेंट में कुल 7 राउंड होंगे, जिनके बाद प्रत्येक एलीट ग्रुप में टॉप पर रही दो टीमें क्वार्टरफाइनल के लिए क्वालिफाई करेंगी। टूर्नामेंट के पिछले तीन राउंड के बाद कैसा रहा है टीमों का प्रदर्शन, कौनसे खिलाड़ी उभरे और दिखे कौनसे नए ट्रेंड्स, इस पर एक नजर एनालिसिस में:मौजूदा रणजी सीजन में भारत के बल्लेबाजी टैलेंट की झलक देखने को मिल रही है। प्रतियोगिता के पहले तीन राउंड के बाद 10 बल्लेबाजों का औसत 100 से ऊपर का है। इन 10 में से 2 बल्लेबाज प्लेट कैटेगरी में से हैं, जिसमें तुलनात्मक रूप से टूर्नामेंट की कमजोर टीमों को रखा गया है।
सबसे बेहतर औसत राजस्थान के दीपक हुड्डा का है, जिन्होंने 2 मचों में 191 के औसत से 382 रन बनाए हैं। इस साल रणजी ट्रॉफी में अजिंक्य रहाणे, मनीष पांडे, सूर्यकुमार यादव, ऋद्धिमान साहा जैसे इंटरनेशनल खिलाड़ी भी हिस्सेदारी कर रहे हैं। हालांकि, टूर्नामेंट के टॉप स्कोरर्स में दीपक हुड्डा को छोड़कर सभी वे खिलाड़ी हैं, जिनका अभी तक किसी भी फॉर्मेट में डेब्यू नहीं हुआ है।
तीसरे राउंड में पहले दो राउंड के मुकाबले ज्यादा मैचों का नतीजा निकला और कम मैच ड्रॉ पर समाप्त हुए। टूर्नामेंट के पहले राउंड में 19 में से 12 मैचों का नतीजा निकला था। दूसरे राउंड में 19 में से 11 मैचों का ही नतीजा निकल सका। हालांकि, तीसरे राउंड में नतीजों की संख्या बढ़ी और 19 में से 15 मैच किसी टीम की जीत या हार पर समाप्त हुए। इस दौरान सौराष्ट्र ने पहली बार मुंबई के खिलाफ जीत भी दर्ज की।
इस साल अभी तक भविष्य के तेज गेंदबाज की झलक नहीं दिखी है। हालात ये हैं कि टॉप-10 गेंदबाजों में सिर्फ एक मीडियम पेसर है और बाकी सभी स्पिनर हैं। टॉप-10 गेंदबाजों में प्लेट कैटेगरी के भी 3 खिलाड़ी हैं। मेघालय के राजेश बिश्नोई और केरल के जलज सक्सेना 3 मैचों में 26 विकेट चटकाकर टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा 26 विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं।
सिक्किम के पलजोर तमांग टॉप-10 में इकलौते मीडियम पेसर हैं, जिन्होंने 3 मैचों में 21 विकेट लिए हैं। हालांकि, पारी में सबसे ज्यादा विकेट का रिकॉर्ड प्लेट ग्रुप की टीम मणिपुर के 16 साल के पीजे सिंह के नाम है। उन्होंने सिक्किम के खिलाफ 9 विकेट लिए थे।