बेसिक शिक्षा विभाग में जिला स्तरीय और ब्लॉक स्तरीय कार्यालय में एक ही पटल पर पांच वर्षों से जमे वरिष्ठ सहायक, वरिष्ठ लिपिक और कनिष्ठ लिपिक हटाए जाएंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की नाराजगी के बाद विभाग ने यह कवायद शुरू की है। स्कूल शिक्षा महानिदेशक ने सभी मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशकों से इसकी रिपोर्ट तलब की है।
विभागीय समीक्षा मे मुख्यमंत्री ने दिया था निर्देश
दरअसल, मुख्यमंत्री ने बीते दिनों बेसिक शिक्षा विभाग की समीक्षा की थी। इसमें उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए थे कि एक ही पटल पर वर्षों से जमे बाबू सरकार की छवि धूमिल कर रहे हैं। इसलिए ऐसे बाबुओं को तत्काल हटाएं। सीएम के निर्देश के बाद स्कूल शिक्षा महानिदेशक विजय किरन आनंद ने एक ही पटल पर पांच वर्ष से जमे बाबुओं की सूचना बेसिक शिक्षा अधिकारियों से तलब की है।
बीएसए कार्यालययो को भेजी गयी सत्यापन की सूची
महानिदेशक ने सभी मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशकों को उनसे संबंधित बीएसए दफ्तर से मिली सूची भेजकर उसका सत्यापन करने के भी निर्देश दिए हैं। ताकि बीएसए के स्तर पर वर्षों से एक पटल पर जमे किसी बाबू को बचाने या किसी बाबू का समय से पहले ट्रांसफर कराने की कोशिश सफल न हो।
हर जिले के दफ्तरो में जमे हैं ऐसे बाबू
प्रदेश के हर सहायक मंडलीय शिक्षा अधिकारी, बेसिक शिक्षा अधिकारी और खंड शिक्षा अधिकारी दफ्तर में बड़ी संख्या में ऐसे बाबू हैं जो लंबे समय से एक ही पटल पर कार्यरत हैं। इनमें सामग्री खरीद, मिड-डे मील, वेतन-भत्ते व पेंशन से संबंधित पटल पर जमे बाबुओं की संख्या ज्यादा है।