लखनऊ में रविवार को सीएम योगी ने 9055 दारोगा भर्ती के अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र सौंपा। इस दौरान सीएम ने कहा- आप ट्रेनिंग में जितना पसीना बहाओगे, उतना कम खून बहेगा। पीएम मोदी भी कार्यक्रम में वर्चुअली जुड़े। उन्होंने कहा- यूपी सरकार आपको वर्दी के साथ डंडा भी देगी, लेकिन आप दिल से ज्यादा काम लेना। यूपी में साल 2017 से अब तक डेढ़ लाख से ज्यादा पुलिस भर्ती हुई है। यह अपने आप में ऐतिहासिक है।
पीएम ने कहा, यूपी में लगातार विभिन्न सेक्टरों में नियुक्तियां की जा रही हैं। बीते दिनों मुझसे मिलने उत्तर प्रदेश के रहने वाले कुछ लोग आए। मैंने एक बेटी से पूछा कि आप कहां के रहने वाली हो। उसने बताया कि एक्सप्रेस प्रदेश की रहने वाली हूं। मुझे बहुत खुशी हुई कि उत्तर प्रदेश को अब एक्सप्रेस प्रदेश के नाम से जाना जाता है।
सीएम योगी ने सभी नवनियुक्त पुलिसकर्मियों को जनता का जनसेवक बनकर काम करने की जिम्मेदारी समझाई। उन्होंने कहा, “ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के साथ ही G-20 का आयोजन किया गया। बाहर से आए लोगों ने यहां की व्यवस्था देखकर पुलिस के व्यवहार की सराहना की। यूपी के यंग ब्लड आज नियुक्ति पत्र लेकर पुलिस बल को मजबूती देंगे। हम यूपी पुलिस को और हाईटेक कर रहे हैं। यूपी में फोरेंसिक लैब बन रहा है। प्रदेश के अंदर आज 18 मुख्यालय पर नियुक्ति पत्र बांटा जा रहा है।”
2017 में पुलिस में 1.5 लाख से ज्यादा पद रिक्त थे। सीएम ने कहा कि PAC की 54 से अधिक कंपनी समाप्त हो गई थीं। अग्निशमन विभाग के पास उपकरण नहीं थे। आज अत्याधुनिक उपकरण आग बुझाने के लिए मौजूद हैं।
सीएम योगी ने कहा कि साल 2017 में ट्रेनिंग की क्षमता मात्र 6 हजार थी। अब हमने तीन गुना कर दिया है। पुलिस लाइन में टूटी हुई छत थी उसको दुरुस्त करवाया अच्छे बैरक बनवाए। साढ़े पांच लाख नौकरी दी गई। पहले पुलिस की स्थिति दयनीय थी।
उन्होंने कहा, “सुशासन की पहली शर्त है सुरक्षा। कानून का राज और कानून के राज के लिए आवश्यक है, हमें हर हाल में बल के इकबाल को बनाए रखना है। एक कॉमन मैन के प्रति हमारा व्यवहार अत्यंत ही मित्रता पूर्ण होना चाहिए। सद्भावना पूर्ण होना चाहिए।
लेकिन अपराधी कोई भी हो। कानून के साथ खिलवाड़ करने वाला व्यक्ति कोई कितना भी बड़ा क्यों ना हो। जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाते हुए उसे कानून के कटघरे में खड़ा करना। उसको सही जगह पहुंचाने की कार्रवाई हो। जिस दिन पुलिस इकबाल बना रहेगा, उस दिन हर जवान हर अधिकारी का सम्मान भी बना रहेगा।
नियुक्ति पत्र पाने के बाद लखीमपुर खीरी के मोहम्मद अशरफ ने कहा, जिंदगी में विश्वास नहीं था, हम भी कभी पुलिस विभाग में नौकरी करेंगे। परिवार वालों ने कहा कि हमने मेहनत की आज वह संकल्प पूरा हो गया। खाकी की वर्दी पाना किस्मत है। आज मेहनत सफल हुई है। मैं अपने परिवार का पहला व्यक्ति हूं। जिसे सरकारी नौकरी मिली है।
हरदोई के रहने वाले रुद्र कुमार ने कहा कि मां को कैंसर था। साल 2018 के बाद से परिवार में परेशानी हुई। पिताजी दिल्ली में प्राइवेट नौकरी करते हैं। पापा ने तैयारी के लिए लखनऊ भेजा। मैंने कोचिंग ज्वाइन की। पहली बार सिपाही के पद पर चयनित हुआ था। अब मैं एसआई का पद पर चयनित हुआ हूं। जब मुझे नौकरी मिली तो मैंने सबसे पहली सूचना अपने पिता को दी। वह बहुत खुश हुए। पिता का सपना आज साकार हुआ। उनकी उम्मीदों पर खरा उतरकर मैं बहुत खुश हूं।
DGP डीएस चौहान ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आप लोग अपनी मेहनत और मेरिट के आधार पर आए है। बिना किसी को कोई रिश्वत दिए। आप ऐसा पुलिस बल आज ज्वाइन कर रहे जो एक परिवार की तरह से है। कितनी बड़ी चुनौती हो ये परिवार किसी से नहीं घबराता। सरकार ने पुलिस विभाग को लेकर कई बड़े बदलाव किए है। चार लाख का फोर्स है। डेढ़ लाख से अधिक रिक्रूमेंट पिछले डेढ़ साल में किया है। इस बाल में विशेषता है ये अनुरोध को भी बल मानती है। इस बल में विश्वसनीयता है। मैं आप सभी का इस बल में स्वागत करता हूं।