यूपी विधानसभा सत्र के 9वें दिन बुधवार को सीएम योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, ”हम विकास की बात करते हैं और आप जाति की। क्या उमेश पाल की कोई जाति नहीं थी?”
उन्होंने कहा, ”राजू पाल की जब हत्या हुई, तब मारने वाले माफिया के संरक्षक कौन थे? कल सोशल मीडिया पर प्रयागराज की घटना की साजिशकर्ता की एक तस्वीर वायरल हुई। हाथ मिला रहे थे। पूरी कहानी बयां हो रही थी। आप उससे बच नहीं सकते। हर जिले में एक माफिया था। हमने माफियाओं की कमर तोड़ी।”
योगी ने कहा, ”कल नेता विरोधी दल ने जो कहा उन्हें उत्तर प्रदेश को पिछले पायदान पर धकेलने में अच्छा लग रहा था। हर समस्या के दो समाधान होते हैं- भाग लो या भाग लो..। नेता प्रतिपक्ष की सीट खाली है – ये है भाग लो..।”
आप वन डिस्ट्रिकट वन प्रोडक्ट तो नहीं दे पाए, हां वन डिस्ट्रकट वन माफिया जरूर कर लिया था।
हम चाहते थे कि सब्स्टेनियल गोल पर चर्चा हो, लेकिन पिछली बार सपा ही गायब हो गई। केवल शिवपाल जी ही सदन मे रहे।
पिछली सरकारों में कर चोरी होती थी। इसके बहुत सारे नमूने आपको मिलेंगे। कैग की रिपोर्ट जैसी कई रिपोर्ट हैं।
ऐसे थोड़ी खरीद दे रहा है इंग्लैंड में होटल और ऑस्ट्रेलिया में टापू। ये सब प्रदेश को लूट कर खरीदा गया।
कहते थे जो नोएडा जाएगा वह सत्ता में वापस नहीं आएगा। मैंने कहा था मैं गया भी हूं और डंके की चोट पर वापस आऊंगा।
कल सदन में नेता प्रतिपक्ष राष्ट्र कवि दिनकर की कविता तो पढ़ नहीं पा रहे थे। खन्ना जी की कविता पर बोल रहे थे।सीएम ने कहा, ”कल नेता प्रतिपक्ष कह रहे थे कि आप दावोस गए होते तो पचास लाख करोड़ का निवेश आ जाता, आखिर मान गए न कि निवेश आया है। हम 25 करोड़ जनता के लिए इस सदन में बैठे हैं। आज से 6 साल पहले उत्तर प्रदेश में जनता जनार्दन ने सबका साथ, सबका विश्वास के मूलमंत्र को अंगीकार करके सत्ता परिवर्तन किया। 2017 से 2022 तक सरकार ने कार्य किया।”
योगी आदित्यनाथ ने कहा, ”2022 में फिर अवसर मिला। वित्त मंत्री ने सर्व समावेशी समग्र विकास की अवधारण आत्मनिर्भर बजट पेश किया। पिछले 6 साल में प्रदेश के बजट का आकार दोगुना से ज्यादा बढ़ा। 2023 का बजट 6.90 लाख करोड़ का है। ये उत्तर प्रदेश के आर्थिक विकास, जीडीपी प्रगति को प्रदर्शित करता है। ये जन विश्वास की एक यात्रा है। सरकार समस्याओं से मुंह मोड़ने वाली नहीं, चुनौती स्वीकार करने वाली होनी चाहिए। जो भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की नीति के साथ काम करे।”
यूपी विधानसभा सत्र के 9वें दिन प्रयागराज कांड को लेकर बयानबाजी और सख्त कार्रवाई की मांग उठी। सदन की कार्रवाई में शामिल होने से पहले सत्ता पक्ष और विपक्ष के नेताओं ने प्रयागराज की घटना पर बयान देते हुए कहा कि आरोपियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने कहा, ”हमारे ऊपर RDX से हमला हुआ था। मैं कोमा में था। सभी 16 अपराधी सपा के थे।”