उत्तर प्रदेश की माध्यमिक शिक्षा मंत्री गुलाब देवी ने रामचरितमानस के एक अंश पर पाबंदी लगाने की मांग करने वाले समाजवादी पार्टी के विधान पार्षद स्वामी प्रसाद मौर्य की रावण से तुलना की है. यूपी बोर्ड परीक्षा के दौरान केन्द्रों का दौरा करने आयीं माध्यमिक शिक्षा मंत्री ने प्रेस कांफ्रेंस में स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा रामचरितमानस पर की गयी टिप्पणी से संबंधित एक सवाल पर उनकी तुलना रावण से कर दी. उन्होंने कहा ”रामचरितमानस को तो रावण भी नहीं मानता था.” उन्होंने यह भी कहा ”मगर रावण के दिल में राम थे. वह स्वर्ग तो गया लेकिन उससे पहले उसकी क्या दशा हुई. रामचरितमानस मानवता के गुणों से परिपूर्ण एक धर्मग्रंथ है. यह हमारी आस्था का सवाल है. इसे नहीं मानने वालों के दिल में खोखलापन है. अपनी राजनीति चमकाने के लिये मानस की आलोचना कर रहे हैं.”
यह पूछे जाने पर कि मौर्य की बेटी और बदायूं से बीजेपी सांसद संघमित्रा मौर्य भी अपने पिता का बचाव करते हुए कहती हैं कि रामचरितमानस की कुछ चौपाइयों को लेकर विवाद है और उन पर विचार होना चाहिए, माध्यमिक शिक्षा मंत्री ने कहा ”वे क्या कहती हैं, हम इस पर कोई चर्चा नहीं करना चाहते.” गौरतलब है कि सपा नेता और विधान पार्षद स्वामी प्रसाद मौर्य ने पिछले महीने एक बयान में रामचरितमानस की चौपाई को दलितों और महिलाओं के प्रति अपमानजनक बताते हुए इस पर प्रतिबंध लगाने की मांग की थी, जिसे लेकर उनके खिलाफ संत समाज में खासी नाराजगी व्याप्त है.