येदियुरप्पा ने कर्नाटक का आठवां बजट किया पेश, कोई नया कर नहीं, हर जिले में गोशाला, अयोध्या में यात्री निवास निर्माण की घोषणा

कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने सोमवार को प्रदेश विधानसभा में वर्ष 2021-22 के लिए राज्य का बजट पेश किया। उनके पास वित्त मंत्रालय भी है। बजट में कोई नया कर नहीं लगाया गया है। खास बात यह है कि इसमें राज्य के हर जिले में गोशाला खोलने और राज्य से रामलला के दर्शनों के लिए जाने वाले यात्रियों के लिए अयोध्या में यात्री निवास के निर्माण की घोषणा भी की गई है।

करीब ढाई लाख करोड़ रुपये का बजट पेश करते हुए येदियुरप्पा ने उत्तर प्रदेश के अयोध्या में यात्री निवास के निर्माण के लिए 10 करोड़ रुपये आवंटित करने की घोषणा की। बजट में यह घोषणा ऐसे समय की गई है जब अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण हो रहा है और उत्तर प्रदेश सरकार अपनी ओर से कर्नाटक सरकार को पांच एकड़ का भूखंड देने का आश्वासन दे चुकी है।

मुख्यमंत्री ने बेंगलुरु के विकास के लिए बजट में 7,795 करोड़ रुपये का प्रविधान किया है। इन विकास परियोजनाओं में पेरीफेरल रिंग रोड, उपनगरीय रेल परियोजनाओं के क्रियान्वयन में तेजी, रेललाइनों का दोहरीकरण, ट्री पार्को का निर्माण और स्वचालित टिकटिंग प्रणाली शामिल हैं। शहर में कनेक्टिविटी बढ़ाने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सलाह के मद्देनजर बजट में इन घोषणाओं की खासी अहमियत है।

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर पेश किए इस बजट में महिलाओं के लिए खासे प्रविधान किए गए हैं। इनमें सरकारी महिला कर्मचारियों के लिए छह महीने की चाइल्ड केयर लीव का प्रस्ताव शामिल है। साथ ही बजट में महिला उद्यमियों को प्रोत्साहन देने के लिए अनेक योजनाओं की घोषणा की गई है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार पेट्रोल और डीजल पर कर्नाटक बिक्री कर (केएसटी) लगाती है जो पहले ही दक्षिण के दूसरे राज्यों के मुकाबले काफी कम है। इसके बावजूद बजट में कोई नया कर नहीं लगाया गया है और बजट इस तरह तैयार किया गया है कि आम आदमी पर कोई अतिरिक्त कर बोझ न बढ़े।

अच्छी पत्रकारिता मायने रखती है, संकटकाल में तो और भी अधिक
-क्यों न्यूज़ मीडिया संकट में है और कैसे आप इसे संभाल सकते हैं
कद्र करते हैं. इस विश्वास के लिए हमारा शुक्रिया.
-आप ये भी जानते हैं कि न्यूज़ मीडिया के सामने एक अभूतपूर्व संकट आ खड़ा हुआ है. आप मीडिया में भारी सैलेरी कट और छटनी की खबरों से भी वाकिफ होंगे. मीडिया के चरमराने के पीछे कई कारण हैं. पर एक बड़ा कारण ये है कि अच्छे पाठक बढ़िया पत्रकारिता की ठीक कीमत नहीं समझ रहे हैं.

-द दस्तक 24 अच्छे पत्रकारों में विश्वास करता है. उनकी मेहनत का सही मान भी रखता है. और आपने देखा होगा कि हम अपने पत्रकारों को कहानी तक पहुंचाने में जितना बन पड़े खर्च करने से नहीं हिचकते. इस सब पर बड़ा खर्च आता है. हमारे लिए इस अच्छी क्वॉलिटी की पत्रकारिता को जारी रखने का एक ही ज़रिया है– आप जैसे प्रबुद्ध पाठक इसे पढ़ने के लिए थोड़ा सा दिल खोलें और मामूली सा बटुआ भी.

अगर आपको लगता है कि एक निष्पक्ष, स्वतंत्र, साहसी और सवाल पूछती पत्रकारिता के लिए हम आपके सहयोग के हकदार हैं तो नीचे दिए गए लिंक को क्लिक करें और हमारे यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करें . आपका प्यार द दस्तक 24 के भविष्य को तय करेगा.
https://www.youtube.com/channel/UC4xxebvaN1ctk4KYJQVUL8g
आदर्श कुमार

संस्थापक और एडिटर-इन-चीफ