संविधान बचाने व नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) से लोगों को बचाने के आह्वान के बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार ने गुरुवार को 21 दिवसीय मुंबई-दिल्लीगांधी शांति यात्रा को झंडी दिखाकर रवाना किया। यह यात्रा भाजपा के पूर्व नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा द्वारा की जा रही है। सिन्हा (82) देश की वाणिज्यिक राजधानी से राष्ट्रीय राजधानी की यात्रा करेंगे। वह सीएए व राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) के खिलाफ, किसानों की दुर्दशा, महिलाओं के खिलाफ अत्याचार, युवाओं व छात्रों के मुद्दों पर लोगों को जागरूक करेंगे।
इस यात्रा को पवार ने झंडी दिखाई। इस मौके पर वंचित बहुजन अघाड़ी के अध्यक्ष प्रकाश अंबेडकर, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शत्रुघ्न सिन्हा, पृथ्वीराज चव्हाण, आशीष देशमुख, एकनाथ गायकवाड़, राज्य मंत्री नवाब मलिक और बड़ी संख्या में सभी दलों के कार्यकर्ता मौजूद थे।
सिन्हा ने कहा, ‘हम बी.आर.अंबेडकर के संविधान की रक्षा करेंगे और महात्मा गांधी की फिर से हत्या नहीं होने देंगे।’
सिन्हा, महात्मा गांधी की तस्वीर लिए हुए थे। उन्होंने 21 दिवसीय यात्रा की शुरुआत गेटवे ऑफ इंडिया से की। यह यात्रा 30 जनवरी को दिल्ली पहुंचेगी, जो राष्ट्रपिता की 71वीं पुण्यतिथि है।
सभा को संबोधित करते हुए पवार ने कहा, ‘सीएए देश की अखंडता के लिए खतरा होगा। देश में बहुत से लोग हैं जो अपनी नागरिकता साबित नहीं कर पाएंगे और अनिश्चित भविष्य का सामना कर सकते हैं। इससे जनता में भारी अशांति पैदा हुई है और देश के युवा रोजाना सड़कों पर उतरकर इसका विरोध कर रहे हैं।’