पूर्व भारतीय विकेटकीपर पार्थिव पटेल का मानना है कि विमेंस प्रीमियर लीग (WPL) भारत के महिला क्रिकेट के लिए वैसे ही गेंम चेंजर होगा, जैसे IPL मेंस क्रिकेट के लिए हुआ है। वे भारतीय महिला लीग के लिए स्पोर्ट्स 18 टीवी चैनल और जियो सिनोमा प्लेटफॉर्म से बतौर एक्सपर्ट जुड़े हैं।
बेशक, यह लड़कियों को क्रिकेट खेलने के लिए इंस्पायर करेगा। पहले हम केवल इंटरनेशनल क्रिकेट में ही लड़कियों को खेलते देखते थे, लेकिन अनकैप्ड (इंटरनेशल नहीं खेलने वाली) खिलाड़ियों ने जैसा प्रदर्शन किया है। वह काबिल-ए तारीफ है।
उदाहरण के तौर पर साइका इशाक का नाम ही ले लें। वे घरेलू क्रिकेट में बंगाल की ओर से खेलती हैं। वे अब तक भारत के लिए नहीं खेल सकी हैं। WPL में शानदार प्रदर्शन के बाद अब उन्हें सब जानने लगे हैं। जैसे-जैसे टूर्नामेंट अपने अंतिम पड़ाव में जाएगा, कई खिलाड़ियों की इंस्पायरिंग स्टोरी सामने आएंगी। विमेंस क्रिकेट को काफी समय से ऐसी लीग की जरूरत थी। अब आपको देखने को मिलेगा कि काफी संख्या में लड़कियां घर से बाहर निकलकर क्रिकेट खेलने के लिए ग्राउंड पर जाएंगी। मुझे बंगाल की क्रिकेटर साइका इशाक ने अपनी गेंदबाजी से काफी ज्यादा प्रभावित किया। उनके पास इंटरनेशनल अनुभव नहीं है, फिर भी जिस तरह से उन्होंने डोमेस्टिक क्रिकेट के अनुभव से अनुभवी बल्लेबाजों को आउट किया है। वह काबिल-ए तारीफ है। वे इंटरनेशनल प्लेयर्स के सामने दबाव में नहीं दिखी।
इशाक के अलावा यंग भारतीय विकेटकीपर बैटर यास्तिका भाटिया का भी प्रदर्शन अच्छा लगा। शेफाली वर्मा इंटरनेशनल प्लेयर हैं और अंडर-19 में शानदार प्रदर्शन कर के लौटी हैं। पहले मैच में उनके प्रदर्शन को देखकर काफी अच्छा लगा। उनका शॉट सिलेक्शन काफी अच्छा है।
ओवरसीज की बात करूं तो हेली मैथ्यूज ने भी अच्छा प्रदर्शन किया है। भले ही वह इंटरनेशनल प्लेयर हैं, पर उन्हें मैच वीनिंग पारियां खेलते हुए देखकर अच्छा लगा। वे WPL के पहले राउंड में अनसोल्ड भी थीं। बाद में उन्हें मुंबई इंडियंस ने अपने साथ जोड़ा। टूर्नामेंट ग्रोथ करेगा। इसमें कोई डाउट नहीं है। टूर्नामेंट की शुरुआत के लिए 5 टीमें आइडियल हैं। बहुत से विदेशी प्लेयर हैं। बहुत ज्यादा संख्या में युवा प्लेयर को ड्रेसिंग रूम शेयर करने का मौका मिला है। WPL से आगे आने वाले समय में काफी युवा प्लेयर इंस्पायर होंगे। यहां पर ओवरसीज प्लेयर खेल रहे हैं, यहां से जाने के बाद उनका क्रिकेट इंप्रूव होगा। इससे उनके देश का क्रिकेट इंप्रूव होगा
इसी तरह विभिन्न स्टेट की खिलाड़ी WPL में खेल रही हैं। ऐसे में उनके जाने के बाद स्टेट का क्रिकेट इंप्रूव होगा। क्रिकेट में क्वालिटी आएगी। किसी भी देश की लीग को चलाने के लिए उस देश की क्रिकेट में क्वालिटी होना बहुत जरूरी है। खिलाड़ियों के संख्या में बढ़ोतरी होगी तो धीरे-धीरे टीमों की संख्या में भी बढ़ोतरी होगी।WPL का सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि आपको लड़कियों का प्रदर्शन देखने को मिलेगा। डोमेस्टिक क्रिकेट के सारे मैच लाइव नहीं होते हैं, हालांकि सिलेक्टर्स जरूर मैच देखने जाते हैं। मोहम्मद सिराज और जसप्रीत बुमराह भी घरेलू सीरीज में शानदार प्रदर्शन कर रहे थे, लेकिन उन्हें पहचान IPL से मिली। ठीक वैसे ही WPL से भी विमेंस क्रिकेटर्स के बारे में पता चलेगा। इशाक की तरह दिशा कसात भले ही अभी यहां अपना नाम नहीं बना पाईं, लेकिन घरेलू क्रिकेट में वे हाईएस्ट रन गेटर थीं, इसलिए वह RCB के लिए भी खेल रही हैं। साथ ही WPLके आने बाद खिलाड़ियों में टीम इंडिया में खेलने के लिए कॉम्पिटिशन बढ़ेगा।
WPL ने अपने शुरुआत में ही यह मुकाम हासिल कर लिया है। यह अभी दुनिया में चल रहीं अन्य विमेंस लीग से बेहतर हैं। चाहे वह फाइनेंशियल क्रिकेट की बात करें या क्वालिटी क्रिकेट की या फिर ब्रॉडकास्टिंग और व्युअरशिप की। WPL दुनिया में चल रहीं अन्य क्रिकेट लीग से काफी आगे है। पहले तीन-चार मैचों से ही पता चला गया है कि यह लीग बहुत ऊपर जाएगी। भारत जिस स्टेज पर खड़ा है, उससे किसी को डाउट नहीं होना चाहिए। यह लीग काफी आगे जाएगी
3 दिन बाद 17 मार्च से भारत-ऑस्ट्रेलिया वनडे सीरीज शुरू होने जा रही है। पहला मुकाबला मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेला जाएगा। लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल वनडे सीरीज के लिए भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा हैं। पढ़ें पूरी खबर
भारतीय टीम मिशन वनडे वर्ल्ड कप पर है। जो अक्टूबर-नवंबर में भारतीय सरजमीं पर ही खेला जाना है। टीम इंडिया ने आखिरी आखिरी वर्ल्ड कप भी अपनी सरजमीं पर ही जीता था। तब महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी वाली भारतीय टीम ने श्रीलंका को 6 विकेट से हराया था। ऐसे में रोहित शर्मा की कप्तानी वाली भारतीय टीम को अपनी तैयारी भी पुख्ता रखनी होगी, क्योंकि भारतीय फैंस की उम्मीदें उस इतिहास को दोहराते देखने की होंगी।