आइसीसी की टी20 रैकिंग में इस समय दुनिया के नंबर वन बल्लेबाज इंग्लैंड के डेविड मलान हैं। डेविड मलान की सोच कुछ ऐसी है जिससे सभी खिलाड़ियों को सीख लेनी चाहिए, खासकर युवा खिलाड़ियों को। डेविड मलान ने अपने एक बयान में कहा है कि उनके लिए आइसीसी टी20 रैंकिंग में नंबर वन की कुर्सी की अहमियत कम है। वह रैंकिंग को नहीं, बल्कि प्रदर्शन के मायनों को समझते हैं।
डेविड मलान ने कहा है कि नंबर वन रैंकिंग होने का मतलब यह नहीं है कि टीम में उनके चयन होने की गारंटी गै। उन्होंने साथ ही कहा कि इससे दबाव बनता है। साउथ अफ्रीका के दौरे पर इंग्लैंड की टीम के साथ जुड़े डेविड मलान ने कहा है, “यह कुछ ऐसा है, जिसका कि संन्यास के बाद मैं आनंद लूंगा, लेकिन यह वैसा नहीं है, जिसके बारे में मैं फिलहाल सोच रहा हूं। यह रन बनाने की गारंटी नहीं देता है और ना ही यह टीम में आपकी जगह पक्की होने की गारंटी देता है।”
ओपनर बल्लेबाज डेविड मलान ने आगे कहा, “संन्यास के बाद इसे (टी20 रैंकिंग) मैं अपनी यादों के रूप में देखूंगा, लेकिन ऊंची रैकिंग होने से आपके ऊपर दबाव भी होता है और मैं चाहता हूं कि यह मुझे प्रभावित न करे, चाहे मैं विश्व रैंकिंग में नंबर-1 रहूं या 20 या 100वें नंबर पर।”