सालों से मेहनत कर रहा हूं, जल्द कई प्रोजेक्ट्स में नजर आऊंगा : अध्ययन सुमन

रणदीप हुड्डा, उर्वशी रौतेला, फ्रेडी दारूवाला और अध्ययन सुमन स्टारर वेब सीरीज ‘इंस्पेक्टर अविनाश’ हाल में रिलीज हुई है। नीरज पाठक निर्देशित इस सीरीज में अध्ययन सुमन ने एक पॉलिटिकल गून का रोल प्ले किया है।
‘इंस्पेक्टर अविनाश’ के कास्टिंग डायरेक्टर शाहिद हसन मेरे दोस्त हैं। उन्होंने मुझे बताया कि डायरेक्टर नीरज एक ऐसा शो बन रहा है। मैंने उनसे नीरज जी का नंबर लिया और उनसे काम मांग लिया। उनसे जाकर मिला और ऑडिशन दिया। इसके बाद मुझे इसमें कास्ट कर लिया गया। मेरा मानना है कि कोई भी काम छोटा-बड़ा नहीं होता और काम मांगने में कोई शर्म की बात नहीं होती।

सीरीज के लिए 9 किलो वजन बढ़ाना पड़ा। मेरा कैरेक्टर पॉलिटिकल खानदान के गुंडे का है। पहले इसको राजगद्दी मिलने वाली थी पर बाद में इसके भाई को मिल जाती है। यह दारूबाज है, ड्रग्स लेता है और बेतहाशा स्मोकिंग करता है। यह आधे टाइम नशे में रहता है तो कुल मिलाकर यह फिजिकली फिट रहने वाला बंदा नहीं है। वजन बढ़ाना तो मेरे लिए मुश्किल नहीं था पर इसके लिए फिर से स्मोकिंग करना थोड़ा टफ था। एक टाइम पर में स्मोकर था लेकिन पांच साल पहले सिगरेट छोड़ चुका हूं। इस कैरेक्टर के लिए एक टेक में कई बार सिगरेट पीनी पड़ती थी तो बहुत तकलीफ होती थी। फेफड़े जल गए पर इस किरदार को जीवंत बनाने के लिए इतना तो करना ही था।
मैंने पहले एक महीने में 9 किलो वजन बढ़ाया और फिर 12 किलो वजन घटाया। वजन बढ़ाना मेरे लिए आसान है क्योंकि मैं कुछ भी खाऊं, मेरा वजन बढ़ जाता है। हां, वजन घटाना मेरे लिए काफी तकलीफ भरा रहा। इस सीरीज के कुछ फिल्में और कई सारे वीडियो सॉन्ग शूट करने थे तो उसके लिए अब तक 12 किलो वजन घटा चुका हूं।
टीम वर्क बहुत जरूरी है। पूरी टीम जब मिलकर दिल से मेहनत करती है तब वह चीज सक्सेसफुल हो जाती है। ‘इंस्पेक्टर अविनाश’ को हमने बहुत दिल से और मेहनत से बनाया है। एक टाइम पर कास्ट और क्रू मिलाकर 350 लोग सेट पर हुआ करते थे। उन सबकी शिद्दत और मेहनत की वजह से आज इसकी चर्चा हो रही है।
मैंने हाल ही में बतौर एक्टर और डायरेक्टर 6 वीडियो सॉन्ग शूट किए हैं। पिछले हफ्ते इसमें से एक गाना रिलीज भी हो चुका है। इसके अलावा तीन फिल्में भी कर रहा हूं। इसमें एक थ्रिलर फिल्म ‘इंट्रैप’ है। इसकी कहानी एक ऐसे लड़के की है जो अपनी गर्लफ्रेंड के साथ गाड़ी की डिग्गी में फंस जाता है। यह एक अलग कॉन्सेप्ट वाली सर्वाइवल फिल्म है। दूसरी फिल्म ‘कॉन मैन’ है। इसकी कहानी एक ऐसे सॉफ्टवेयर इंजीनियर की है जो हैकर बनना चाहता था पर कोई उसके ही अकाउंट से सारे पैसे उड़ा देता है। इसके बाद वह करप्ट सिस्टम में घुसकर हैकर को पकड़कर पूरा सिस्टम तोड़ता है। तीसरी फिल्म का नाम ‘मद्रासी गैंग’ है। यह तमिल, तेलुगु और हिंदी में रिलीज होगी। यह एक कॉप ड्रामा है। इसके अलावा भी काफी कुछ चल रह है। मैं कई सालों से मेहनत कर रहा हूं।