माफिया अतीक अहमद के वकील विजय मिश्र को शनिवार देर रात पुलिस ने STF की मदद से लखनऊ के विभूति खंड से हिरासत में लिया है। विजय मिश्र के खिलाफ प्रयागराज के अतरसुइया थाने में एक फर्नीचर व्यवसायी से 3 करोड़ की रंगदारी मांगने का केस दर्ज है। अतरसुइया पुलिस विजय मिश्रा से पूछताछ कर रही है।
STF सूत्रों के मुताबिक, विजय मिश्र रंगदारी के एक मामले में वांछित चल रहे थे। प्रयागराज पुलिस उनकी तलाश कर रही थी, पर पकड़ में नहीं आ रहे थे। प्रयागराज पुलिस ने STF से विजय मिश्र की लोकेशन ट्रेस करने और पकड़ने में मदद मांगी थी। विजय मिश्र की लोकेशन की गई तो पता चला कि वह लखनऊ के गोमती नगर इलाके के एक नामी होटल में ठहरे हैं। इसकी सूचना प्रयागराज पुलिस को दी गई और शनिवार की रात 11 बजे हिरासत में ले लिया गया। विजय मिश्र के जूनियर एडवोकेट हिमांशु कुमार ने बताया कि सभी पुलिस वाले सादी वर्दी में आए थे। रात करीब 11 बजे उन्हें अपने साथ ले गए हैं।
24 फरवरी को उमेश पाल की प्रयागराज में उनके घर के बाहर ही गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उमेश की लोकेशन देने का आरोप भी विजय पर लगा था।23 मई 2023 को अतरसुइया थाने में दरियाबाद निवासी व्यवसायी शहीद अहमद ने FIR दर्ज कराई थी। लकड़ी व्यवसायी सईद अहमद ने FIR में पुलिस को बताया था कि उसकी मुट्ठीगंज में प्लाईवुड की दुकान है। 5 जनवरी 2023 को विजय मिश्र लगभग 1.20 लाख की प्लाई और माइका उधार ले गए थे। 17 अप्रैल 2023 को कर्मचारी शेखर ने जब उन्हें फोन करके बकाया रकम जमा कराने के लिए कहा तो उन्होंने गालियां दीं और धमकाया।
20 अप्रैल को विजय ने सईद को फोन किया और अतीक अहमद, उसके गुर्गों के नाम पर 3 करोड़ की रंगदारी मांगी। न देने पर जान से मारने की धमकी भी दी। इस मामले में सईद ने पुलिस को 57 सेकेंड का ऑडियो भी विजय मिश्र का सौंपा था। उसमें विजय तीन करोड़ रुपए की बात कर रहे हैं। मोहम्मद सईद से कह रहे हैं कि अतीक अहमद ने जो तीन करोड़ रुपए दिए थे, उसका हिसाब कब करोगे? इसी मामले में पुलिस विजय की तलाश कर रही थी। विजय पर कई जिलों में 7 मुकदमे दर्ज हैं।
अतीक अहमद के वकील खान सौलत हनीफ ने उमेश पाल के मर्डर के बाद पुलिस की पूछताछ में वकील विजय मिश्र का नाम लिया था। कहा था कि उसने ही उमेश की कचहरी से लोकेशन शेयर की थी। सौलत ने आरोप लगाया था कि हत्या वाले दिन उमेश के कचहरी से निकलने की सूचना उसके सामने विजय ने अशरफ और असद को अपने फोन से इंटरनेट कॉल के जरिए दी थी। इंस्पेक्टर अतरसुइया विनोद कुमार यादव का कहना है कि विजय मिश्र को रंगदारी के एक मामले में हिरासत में लिया गया है। उनसे पूछताछ हो रही है।