गुजरात में विधानसभा चुनाव में कुछ महीनों का वक्त बाकी है। इसी बीच नकदी की कमी से जूझ रही कांग्रेस को नया झटका लग सकता है। खबर है कि सौराष्ट्र में कुछ कांग्रेस विधायक जल्दी भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने की तैयारी कर रहे हैं। इधर, ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के गुजरात प्रभारी अशोक गहलोत मंगलवार को गुजरात पहुंच रहे हैं। हाल ही में गुजरात कांग्रेस के बड़े नेता नरेश रावल और राजू परमार ने भी पार्टी छोड़ने का फैसला किया था।
गुजरात कांग्रेस प्रदेश कमेटी के पूर्व अध्यक्ष ने बताया कि इन विधायकों ने चुनाव के लिए आर्थिक सहयोग की मांग की थी। उन्होंने कहा, ‘फिलहाल, कांग्रेस उनकी मांग पूरा करने की स्थिति में नहीं है और अब वह पार्टी छोड़ने की तैयारी में हैं।’ रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया कि भावेश कटारा, चिराग कलगरिया, ललित वसोया, संजय सोलंकी, महेश पटेल और हर्षद रिबादिया भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल से मुलाकात कर चुके हैं।
खास बात है कि इन 6 नेताओं में से 4 पाटीदार हैं। ऐसे में बड़े स्तर पर पार्टी छोड़ने से कांग्रेस खासी प्रभावित हो सकती है। इससे पहले पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने भी भाजपा का दामन थाम लिया था। उन्होंने गुजरात कांग्रेस के नेताओ पर भी आरोप लगाए थे। मुखर माने जाने वाले वसोया भी पटेल के पूर्व में सहयोगी रह चुके हैं। गोपनीयता की शर्त पर वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं ने कहा कि फंड की कमी से कांग्रेस कई जगहों पर मुश्किलों का सामना कर रही है। एक नेता ने कहा, ’50 हजार पोलिंग बूथ पर हम अगर हम चुनाव के दिन प्रक्रिया पर नजर रखने के लिए एक एजेंट को भी 5 हजार रुपये दें, तो वह अन्य 10 हजार रुपये की तरफ देखेंगे, जो उन्हें विरोधियों से मिल जाएंगे।’ उन्होंने कहा, ‘ऐसा न हो, यह सुनिश्चित करने के लिए हमारे पास रुपये नहीं हैं।’
मंगलवार को गहलोत दक्षिण और सौराष्ट्र जोन के नेताओं से सूरत और राजकोट में मुलाकात करेंगे। साथ ही वह मध्य और उत्तर जोने के नेताओं के साथ वडोदरा और अहमदाबाद में बुधवार को बैठकें करेंगे।