समाजवादी पार्टी के विधान परिषद सदस्य स्वामी प्रसाद मौर्य लगातार धर्म को लेकर अपने विवादित बयानों के चलते सुर्खियों में बने रहते हैं। लेकिन अब उनके ये बयान कहीं ना कहीं समाजवादी पार्टी के गले की फांस बनते नजर आ रहे हैं। स्वामी प्रसाद मौर्य ने पहले जिस तरह रामचरितमानस को लेकर तमाम विवादित बयान को लेकर तब भी सपा दो खेमों में बंट गई थी। लेकिन हाल ही में स्वामी प्रसाद मौर्य ने अयोध्या में होने वाले राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा को एक नाटक और ढोंग बताया है, जिसके बाद स्वामी प्रसाद को लेकर सपा के अंदर नाराजगी काफी बढ़ गयी है।
वहीं मध्य प्रदेश चुनाव के दौरान सपा मुखिया अखिलेश यादव ने खुद को स्वामी प्रसाद मौर्य के बयानों से अलग करते हुए कहा था कि वो धर्म को मानने वाले हैं। स्वामी प्रसाद मौर्य के हालिया विवादित बयान पर अब समाजवादी पार्टी के अंदर काफी गुस्सा देखने को मिल रहा है। विधानसभा में सपा के मुख्य सचेतक मनोज पांडेय ने तो यहां तक कह दिया कि स्वामी प्रसाद मौर्य में जरूर कोई दिक्कत है और उनकी दिक्कत को जल्द ठीक करेंगे।
शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन सदन के अंदर वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने 28000 करोड़ से ज्यादा का अनुपूरक बजट पटल पर रखा। तो वहीं समाजवादी पार्टी लगातार इस अनुपूरक बजट का विरोध कर रही है। मनोज पांडेय ने साफ तौर पर कहा कि हम इस पर सवाल उठा रहे हैं कि जो बजट पहले पास हुआ उस बजट को सरकार जमीन पर नहीं ला पाई। सड़क बन नहीं पाई, अस्पताल बन नहीं पाए, धन कर केंद्र खोल नहीं पाए, किसानों के आमदनी दुगनी नहीं कर पाए, जले ट्रांसफार्मर नहीं बदले गए तो फिर किस चीज के लिए यह अनुपूरक बजट लाया जा रहा है ।
उन्होंने कहा कि अगर पुराने बजट को खर्च कर लेते तब सप्लीमेंट्री बजट की बात करते। सप्लीमेंट्री बजट शुरू वहीं होता है जहां सरकार अपना सामान्य बजट खर्च कर चुकी होती है। यह सरकार केवल 2024 के लोकसभा चुनाव के मद्देनजर जनता को गुमराह करने का काम कर रही है। इसीलिए यह अनुपूरक बजट लाया गया है।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य ने जब पहली बार रामचरितमानस पर विवादित बयान दिया था तब भी मनोज पांडेय ने नाराजगी जताई थी । लेकिन तब उन्होंने बिना नाम लिए अपनी नाराजगी जाहिर की थी। लेकिन इस बार स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान पर मनोज पांडेय ने सीधा हमला बोला है।
सपा के विधानसभा में मुख्य सचेतक मनोज पांडेय ने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य में कोई ना कोई दिक्कत जरूर है । उन्होंने कहा कि उस दिक्कत को हम लोग मिलकर पता करेंगे कि आखिर उनकी क्या दिक्कत है। उनकी दिक्कत को जल्द ठीक करेंगे। स्वामी प्रसाद मौर्य के विवादित बयानों पर एक बार फिर समाजवादी पार्टी के भीतर ही नाराजगी साफ तौर पर देखी जा रही है।
शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन प्रश्नकाल के दौरान सदन में नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव और उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक के बीच डेंगू से जुड़े एक सवाल को लेकर नोकझोंक देखने को मिली। दैनिक भास्कर ने इसे लेकर जब मनोज पांडेय से सवाल पूछा तो उनका कहना था कि सदन में जो सवाल पूछा गया है वह यही था कि क्या डेंगू से प्रदेश में मौतें नहीं हुई? क्या डेंगू में लोगों को प्राइवेट अस्पताल में एडमिट नहीं होना पड़ा? उन्होंने कहा कि सवाल जनता का है और जनता से जुड़े हर सवाल को विपक्ष पूरी मजबूती से उठाने का काम सदन के भीतर कर रहा है।