लखनऊ विश्वविद्यालय और अमेरिकन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडियन स्टडीज के बीच हुए MOU के तहत मंगलवार को दस अमेरिकी स्टूडेंट्स भारतीय भाषाओं के अध्ययन के लिए विश्वविद्यालय परिसर पहुंचे। इनके साथ यूएस से प्रोफेसर जान काल्डवेल भी आए।
LU में उन्हें फारसी, उर्दू में शार्ट टर्म कोर्स कराने के साथ-साथ वैज्ञानिक, कला, सामाजिक विज्ञान, वाणिज्य और प्रबंधन के विभागों, और भारतीय संस्कृति, भाषाओं और सामाजिक विज्ञान में अध्ययन करने के लिए सहयोग दिया जाएगा।
LU की डीन एकेडमिक प्रोफेसर पूनम टंडन ने बताया कि विदेशी स्टूडेंट्स को कैंपस में ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ के बारें में जानने का अवसर मिलेगा। प्रारंभिक दौर में LU अमेरिकी स्टूडेंट्स को उर्दू और फारसी भाषाओं का शिक्षण देने के लिए 8 हफ्तों का शॉर्ट टर्म कोर्स प्रारंभ कर रहा है।
इस अवसर पर ओरिएंटेशन प्रोग्राम आयोजित किया गया, जिसमें मेरेडिथ चर्च, एलेना डीगन-क्रॉउज, काथ्रीन देलगाडो, निकाश हरापनहल्ली, नाथाली मार्टिनेज, जूलिया नॉर्मन, क्विन कैनर, हिबा सिद्दीकी, थॉमस जुगेल और अरिवुमानी श्रीवास्तवा अमेरिकी छात्र-छात्रा शामिल हुए।
इनके साथ यूएस से प्रोफेसर जान काल्डवेल भी आए।निदेशक अंतरराष्ट्रीय सहयोग प्रोफेसर आरपी सिंह ने प्रेजेंटेशन व भारतीय संस्कृति, इतिहास पर व्याख्यान दिया। इस दौरान अमेरिकी स्टूडेंट्स ने कैंपस का भ्रमण भी किया।