स्मार्टफोन में स्लो चल रहा है वाई-फाई तो इस तरह से स्पीड हो जाएगी फास्ट

भारतीय यूजर्स इंटरनेट का इस्तेमाल बहुत ज्यादा करते हैं. यह आंकड़ा लॉकडाउन के समय और भी ज्यादा बढ़ गया था. जब इस दौरान लोग अपने-अपने घरों में कैद थे तब इंटरनेट के इस्तेमाल में अद्भूत इजाफा देखने को मिला था. चाहें यूजर किसी भी बजट का स्मार्टफोन इस्तेमाल क्यों न कर रहे हों उनके फोन में इंटरनेट की सुविधा जरूर होती है. लोग मोबाइल डाटा या वाई-फाई के जरिए फोन में इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं. ऐसा कई बार होता है कि वाई-फाई इतना स्लो हो जाता है कि किसी ऐप को खुलने में भी काफी समय लग जाता है. ऐसे में यूजर को परेशानी का सामना करना पड़ता है.

हालांकि, ऐसा नहीं है कि आप इस समस्या से निजात नहीं पा सकते हैं. इसके कई तरीके हैं. इस लेख में हम आपको कुछ ऐसे तरीकों की जानकारी दे रहे हैं जिनके जरिए आप अपने स्मार्टफोन में वाई-फाई को तेज स्पीड में चला पाएंगे. आइए पढ़ते हैं ये तरीके.

मॉडम प्लेसमेंट: वाई-फाई के लिए जो मॉडम हम अपने घरों में लगाते हैं उसकी प्लेसमेंट का भी इंटरनेट स्पीड काफी असर पड़ता है. कई बार एक कमरे में स्पीड काफी अच्छी होती है लेकिन दूसरे रूम में स्पीड एकदम स्लो हो जाती है. ऐसे में इसमें स्मार्टफोन का नहीं बल्कि वाई-फाई राउटर का दोष होता है.

हालांकि, यह दोष केवल प्लेसमेंट का ही है. अगर मॉडम को सही जगह लगा दिया जाए तो यह परेशानी खत्म हो जाएगी. वाई-फाई मॉडम किसी खुली जगह पर रखें जहां उसकी वेव्स दीवार या दरवाजे से न टकराएं. इससे आप वाई-फाई की रेंज में जहां भी स्मार्टफोन चलाएंगे वहां आपको फास्ट इंटरनेट उपलब्ध होगी.

सॉफ्टवेयर अपडेट: कई बार वाई-फाई का स्मार्टफोन में स्लो चलने का कारण सॉफ्टवेयर या फर्मवेयर अपडेट भी हो सकता है. ऐसे में आप फोन की सेटिंग्स में जाकर यह चेक करें कि क्या कोई नया अपडेट फोन के लिए कंपनी की तरफ से दिया गया है या नहीं. अगर कोई अपडेट है तो उसे इंस्टॉल कर लें. ध्यान रहे कि फोन अपडेट होने के बाद एक बार फोन को रिस्टार्ट जरूर करें. इसके बाद वाई-फाई की स्पीड में आपको अंतर नजर आएगा.

कैशे मैमोरी: कई बार ऐसा होता है कि जब हम लगातार अलग-अलग वेबसाइट्स को एक्सेस करते हैं तो उनके नाम हमारे फोन की कैशे मैमोरी में सेव हो जाते हैं. इससे मैमोरी इतनी ज्यादा हैवी हो जाती है कि फोन का ब्राउजर स्लो हो जाता है. इससे फोन में इंटरनेट की स्पीड भी स्लो हो जाती है.

ऐसे में आपको फोन की कैशे मेमोरी को डिलीट करना होगा. इसके लिए ब्राउजर की सेटिंग्स में जाएं. फिर हिस्ट्री पर टैप करें. यहां आपको क्लियर कैशे मैमोरी का विकल्प मिलेगा. इस पर दिए गए सभी विकल्पों के चेकबॉक्स में टिक कर दें. फिर क्लियर डाटा पर टैप कर दें. इससे कैशे मैमोरी डिलीट हो जाएगी. इससे ब्राउजर की स्पीड पर अंतर नजर आएगा.

फ्रिक्वेंसी बैंड सेटिंग: फ्रिक्वेंसी बैंड सेटिंग भी स्मार्टफोन में वाई-फाई स्लो चलने में अहम भूमिका निभाती है. वर्तमान में मार्केट में कई ऐसे स्मार्टफोन्स मौजूद हैं जो 5 गीगाहर्ट्ज की फ्रिक्वेंसी सपोर्ट के साथ आते हैं. ऐसे में फ्रिक्वेंसी बैंड सेटिंग को मैन्युअल तरीके से एडजस्ट किया जाना संभव है.

लेकिन आपके लिए सलाह यही है कि आप इसे ऑटो मोड पर रहने दें. अगर ऐसा किया जाए तो वाई-फाई डिवाइस की फ्रिक्वेंसी के मुताबिक स्मार्टफोन अपने आप ही उस पर शिफ्ट हो जाता है. इससे इंटरनेट स्पीड बेहतर होती है.

फोन कवर: स्मार्टफोन्स को आजकल काफी नाजुक हो चले हैं. ऐसे में इनके लिए कई स्टाइलिश लुक वाले मोबाइल कवर मार्केट में मौजूद हैं. हम सभी को अपने स्मार्टफोन को सुरक्षित रखने के लिए मोबाइल कवर की जरुरत पड़ती ही है. लेकिन कई बार मेटल कवर या हार्ड प्लास्टिक शैल फोन के एंटीना बैंड्स को कवर देते हैं. इससे फोन में वाई-फाई वेव्स भी डिस्ट्रॉट होने लगती हैं. इसके कारणवश इंटरनेट स्लो हो जाता है. ऐसे में एक बार फोन कवर को हटाकर भी इंटरनेट की स्पीड चेक कर लें.

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आदर्श कुमार

संस्थापक और एडिटर-इन-चीफ