दिल्ली नगर निगम (MCD) चुनाव में 34 वोटों से जीतीं शैली ओबेरॉय 38 दिन ही मेयर पद पर रह सकेंगीं। दरअसल, MCD की धारा दो (67) के अनुसार निगम का साल अप्रैल माह की पहली तारीख से शुरू होता है, जो अगले साल 31 मार्च को समाप्त होगा।
ऐसे में फरवरी के आज से पूरे 7 दिन और मार्च के 31 दिन को मिलाकर उनका कार्यकाल सिर्फ 38 दिनों का बचा है। इसके बाद दोबारा से एक अप्रैल को मेयर का चुनाव होगा।
सदन में एक बार फिर देर रात हंगामा हुआ। स्टैंडिंग कमेटी के चुनाव को लेकर बीजपी और AAP पार्षदों के बीच हाथापाई हुई। बीजेपी का आरोप है कि चुनाव में धांधली हुई है। AAP ने आरोप लगाया गया कि मेयर शैली ओबेरॉय पर हमले की कोशिश हुई है।
नगर निगम चुनाव के 80 दिन बाद दिल्ली को नया मेयर मिला है। आम आदमी पार्टी की शैली ओबेरॉय को मेयर चुना गया। शैली को 150 वोट मिले। उन्होंने भाजपा की रेखा गुप्ता को 34 वोटों से हराया। दिल्ली को 10 साल बाद महिला मेयर मिली है। वहीं, AAP के आले मोहम्मद इकबाल को डिप्टी मेयर चुना गया है। उन्हें 147 वोट मिले। उन्होंने BJP के कमल बागड़ी को हराया।
2011 में भाजपा की रजनी अब्बी आखिरी महिला मेयर थीं। इसके बाद 2012 में शीला दीक्षित सरकार में दिल्ली नगर निगम को 3 हिस्सों में बांटा गया था। 2022 में इन हिस्सों को मिलाकर फिर एक कर दिया गया। इसके बाद यह MCD का पहला चुनाव था।
मेयर चुनाव जीतने के बाद शैली ने कहा कि हमें जनता की उम्मीदों को पूरा करने के लिए साथ काम करना होगा। इसके लिए हम CM केजरीवाल की जनता को दी गई 10 गारंटी पर काम करेंगे। लैंडफिल साइट का निरीक्षण 3 महीनों के अंदर किया जाएगा। उधर, शैली ओबेरॉय की जीत के बाद CM अरविंद केजरीवाल ने कहा कि गुंडागर्दी हार गई, दिल्ली की जनता जीत गई।
दिल्ली में MCD चुनाव 4 दिसंबर को हुए थे, जबकि इनका रिजल्ट 8 दिसंबर को आया था। चुनाव में 15 साल बाद भाजपा को MCD में बहुमत नहीं मिला था। 250 सीट के सदन में मेयर बनने के लिए 138 वोट चाहिए थे। मेयर चुनाव में 241 पार्षद, 10 सांसद और 14 विधायकों ने वोट डाले। 9 कांग्रेस पार्षदों ने चुनाव में हिस्सा नहीं लिया।