बकिंघम पैलेस ने कहा कि महारानी एलिजाबेथ शुक्रवार को सेंट पाल कैथेड्रल में होने वाले प्लेटिनम जुबली उत्सव (Platinum Jubliee Event) में शामिल नहीं होंगी। पैलेस ने जानकारी देते हुए बताया कि महारानी एलिजाबेथ द्वितीय गुरुवार को सैन्य परेड में असुविधा का अनुभव महसूस कर रहीं थीं, जिसके बाद यह फैसला लिया गया है। इससे पहले वो गुरुवार को हजारों शुभचिंतकों का अभिवादन करते हुए बकिंघम पैलेस की बालकनी में नजर आईं थीं। 96 वर्षीय महारानी एलिजाबेथ चार दिवसीय उत्सव के दूसरे दिन सेंट पाल कैथेड्रल में थैंक्सगिविंग की राष्ट्रीय सेवा (National Service of Thanksgiving) में शामिल नहीं होंगी। बकिंघम पैलेस ने जानकारी देते हुए कहा, महारानी ने आज (गुरुवार) के जन्मदिन परेड और फ्लाईपास्ट का भरपूर आनंद लिया, लेकिन उसी दौरान उन्हें कुछ असुविधा भी महसूस हुई
अमेरिका ने गुरुवार को महारानी एलिजाबेथ द्वितीय को उनकी प्लेटिनम जुबली और आधिकारिक जन्मदिन पर बधाई दी। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा, ‘अमेरिका की ओर से, मैं महारानी एलिजाबेथ द्वितीय और यूनाइटेड किंगडम के लोगों को महामहिम की प्लेटिनम जयंती और आधिकारिक जन्मदिन के अवसर पर बधाई देता हूं।’
महारानी एलिजाबेथ के प्लेटिनम जुबली आयोजन के तहत गुरुवार को सैन्य परेड में बाधा डालने पर 12 जलवायु परिवर्तन कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया गया। इन पर्यावरण कार्यकर्ताओं ने मार्च पास्ट कर रहे सैनिकों के आगे दौड़ना शुरू कर दिया। इसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। टेलीविजन फुटेज में देखा जा सकता है कि कार्यकर्ताओं ने बैरियर के पीछे से निकलकर बकिंघम पैलेस की ओर जाने वाले रास्ते पर मार्चिग बैंड के आगे दौड़ना शुरू कर दिया। एक प्रदर्शनकारी ने अपने हाथों में बैनर ले रखा था।
एक अन्य प्रदर्शनकारी के सिर पर सोने का मुकुट था। पुलिस ने ट्वीट कर बताया कि राजमार्ग पर व्यवधान डालने के लिए हमने 12 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया है। इससे पहले सुबह के समय लोगों ने आयोजन वाले रास्ते में घुसने का प्रयास किया था। परेड के दौरान उपस्थित लोगों को हम धन्यवाद देते हैं, जिन्होंने व्यवधान से निपटने की हमारी कार्रवाई का ताली बजाकर समर्थन किया।
ब्रिटेन में महारानी के तौर पर 70 साल से महारानी एलिजाबेथ द्वितीय देश की सत्ता संभाल रहीं हैं। अब 70 साल पूरा होने पर महारानी एलिजाबेथ के शासनकाल का प्लैटिनम जुबली मनाया जा रहा है। इस मौके पर चार दिन का समारोह 2-5 जून तक आयोजित किया गया है। साथ ही इस अवसर पर 40 से अधिक भारतीय मूल के लोगों को भी सम्मानित किया जाएगा।सलमान रुश्दी सहित कई लोगों को मिलेगा सम्मान
सम्मान पाने वाले इन 40 से ज्यादा पेशेवर एवं सामुदायिक सेवा करने वाले प्रमुख भारतवंशियों की सूची में मुंबई में जन्मे बुकर पुरस्कार विजेता उपन्यास ‘मिडनाइट्स चिल्ड्रेन’ के लेखक सलमान रुश्दी का नाम शीर्ष पर है। साहित्य जगत में सेवा के लिए महारानी इन्हें ‘कंपेनियन आफ आनर’ से सम्मानित करेंगी। यह पुरस्कार एक बार में 65 लोगों को ही दिया जाता रहा है।