टेलीविजन होस्ट और डायरेक्टर कबीर खान की वाइफ मिनी माथुर ने अपने नाम के आगे खान सरनेम न लगाने की वजह बताई है। उन्होंने कहा कि शादी से पहले उनकी खुद की पहचान थी, इसलिए उन्होंने कभी भी नाम के आगे खान सरनेम लगाना जरूरी नहीं समझा। मिनी ने कहा कि उन्हें अपनी पहचान दिखाने के लिए अपने पति का सरनेम लगाना जरूरी नहीं है और इसके लिए कबीर ने उन्हें कभी प्रेशर भी नहीं बनाया।
मिनी माधुर हाल ही में साइरस भरुचा के पॉडकास्ट में शामिल हुई थीं। इस दौरान बात करते हुए उन्होंने कहा कि वो किसी भी कीमत पर सरनेम चेंज करना पसंद नहीं करेंगी। हालांकि उन्होंने माना कि इसके लिए उन्हें काफी परेशानियों का भी सामना करना पड़ता है। खासकर जब कागजी कार्रवाई की बात आती है।
मिनी का कहना है कि अगर वो खान सरनेम लगा लेतीं तो उन्हें अपने पासपोर्ट से लेकर सारे पहचान पत्रों में भी बदलाव करना पड़ता जोकि काफी मुश्किल काम है। मिनी ने कहा, ‘कबीर ने ही मुझे सरनेम लगाने से मना किया था। उन्होंने मुझसे कहा कि बैंक का दस्तावेज और पासपोर्ट बदलना पड़ेगा।’
मिनी ने कहा कि उनके मुताबिक महिलाओं को शादी के बाद भी अपना मूल नाम ही रखना चाहिए। मिनी ने कहा, ‘जब मैं पासपोर्ट ऑफिस जाती हूं तो वहां मौजूद कर्मचारी कहते हैं कि आपका नाम मिनी सुरेश माथुर होना चाहिए या फिर मिनी कबीर खान होना चाहिए।
कर्मचारियों का मानना है कि पति और पिता के नाम के बिना आपका कोई वजूद नहीं है। मैंने इसके लिए बहुत लड़ाई लड़ी है। यहां तक कि स्कूल फॉर्म में भी मैंने अपने पिता का नाम नहीं रखा है। मुझे तो यहां तक लगता है कि किसी भी फॉर्म पर रिलीजन का कॉलम भी क्यों होता है।
अभी कुछ दिन पहले ह्यूमन्स ऑफ बॉम्बे के साथ बात करते हुए कबीर ने कहा, ‘जब मैंने शादी करने की सोची तो मुझे लगा कि मिनी के घरवाले इतनी आसानी से नहीं मानेंगे। मिनी एक ट्रेडिशनल माधुर फैमिली से आती थीं, बावजूद इसके उन्होंने हमारे रिलेशनशिप को और मुझे आराम से स्वीकार कर लिया।
हमने दोनों रस्मों से शादी की। मैं एक नास्तिक हूं, ईश्वर में मेरा विश्वास नहीं है शायद इसलिए मेरे लिए ये सब स्वीकार करना काफी आसान है। हम दोनों के बीच काफी झगड़े हुए, काफी विवाद हुए लेकिन धर्म उनमें से कभी एक वजह नहीं रहा।