पीएम नरेंद्र मोदी और शरद पवार की मीटिंग से उद्धव सरकार में भला बेचैनी क्यों?

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के चीफ शरद पवार ने शनिवार को संसद के मॉनसून सत्र से दो दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच करीब 50 मिनट तक बातचीत चली। पवार ने एक ट्वीट में कहा, ‘देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। राष्ट्र हित से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की।’

इससे पहले पीएमओ ने ट्वीट कर दोनों नेताओं के बीच हुई मुलाकात की एक तस्वीर साझा की थी। यूं तो कहा यह जा रहा है कि इन मुलाकातों की वजह महाराष्ट्र की राजनीतिक परिस्थितियां नहीं हैं, लेकिन महा विकास अघाड़ी गठबंधन सरकार में दरार की खबरों के लिहाज से पीएम के साथ पवार की बैठक को अहम माना जा रहा है।

दरअसल महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले के बयानों से महाराष्ट्र की महा विकास अघाड़ी सरकार में कई दिनों से हलचल है। पटोले के रुख से शिवसेना और एनसीपी दोनों ही परेशान हैं और दोनों ही दल नए रास्ते की तलाश में हैं। इधर बीजेपी भी जोड़-तोड़ में लगी है, इसलिए माना जा रहा है कि महाराष्ट्र में जल्द ही राजनीतिक उलट-फेर हो सकता है।बताया जा रहा है कि पीएम से मुलाकात से पहले पवार और बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस के बीच महाराष्ट्र में ही मुलाकात हुई थी। बीजेपी के दूसरे नेताओं ने भी पवार से दिल्ली में मुलाकात की है, लेकिन इस संबंध में अधिकृत बयान नहीं दिया जा रहा है।

पवार ने कहा है कि वह नए सहकारिता मंत्रालय और सहकारी बैंकों के मुद्दे पर पीएम से मिले हैं, लेकिन सवाल यह उठ रहा है आखिर एक घंटे की मुलाकात में महज सहकारिता पर चर्चा हुई होगी। पिछले दिनों बीजेपी नेता आशीष शेलार ने राज्यसभा में शिवसेना के सदस्य व पार्टी के प्रमुख प्रवक्ता संजय राउत से एक फाइव स्टार होटल में मुलाकात की थी। बताया जा रहा है कि इससे पहले भी शिवसेना और बीजेपी नेताओं के बीच कई बार गुपचुप बैठक हो चुकी है, लेकिन उसकी भनक नहीं लगने दी।