राजस्थान के पंचायत चुनाव में हार क्यों है कांग्रेस के लिए खतरे का संकेत? जानें इन क्षेत्रों में अगले साल होने हैं उपचुनाव

राजस्थान के पंचायत चुनावों के नतीजों से भाजपा काफी उत्साहित है जबकि राज्य के सत्ता पर आसीन कांग्रेस के लिए इन नतीजों ने खतरे की घंटी बजा दी है। अगले साल प्रदेश में तीन विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं। इनमें सहाड़ा, राजसमंद और सुजानगढ़ सीट शामिल है। सहाड़ा सीट कांग्रेस के कैलाश त्रिवेदी के निधन के बाद खाली हुई है।
वहीं राजसमंद सीट भाजपा विधायक किरण माहेश्वरी तथा सुजानगढ़ सीट कांग्रेस के कैबिनेट मंत्री रहे मास्टर भंवरलाल मेघवाल के निधन के बाद खाली हुई है। सहाड़ा विधानसभा के अंतर्गत सहाड़ा पंचायत समिति के 15 वार्डों पर चुनाव हुए। इनमें से 10 वार्ड भाजपा के खाते में गए हैं। जबकि कांग्रेस को सिर्फ 5 वार्डों में ही जीत मिली है।
वहीं जिस भीलवाड़ा जिले में सहाड़ा विधानसभा आती है उसमें हुए जिला परिषद के चुनावों में भी भाजपा को एक तरफा जीत मिली है। राजसमंद जिला परिषद में भी कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो गया। यहां 25वार्डों में से 17 पर भाजपा ने अपना कब्जा जमा लिया है। जबकि कांग्रेस को सिर्फ 8 सीटों से ही संतोष करना पड़ा है।
सुजानगढ़ पंचायत समिति के नतीजे देर रात तक घोषित नहीं हुए लेकिन जिस चुरू जिले में यह पंचायत समिति आती है उसमें जिला परिषद के चुनाव भाजपा के पक्ष में ही गए हैं। यहां 27 वार्डों में से 20 पर भाजपा जीती है। जबकि कांग्रेस के खाते में सिर्फ 7 वार्ड ही हैं। 21 जिलों में पंचायत समिति और जिला परिषद सदस्य चुनावों के नतीजे सत्तारूढ़ कांग्रेस के लिया अच्छे नहीं रहे हैं। इन नतीजों ने पिछले दस सालों से चल रहे मिथक को तोड़ दिया।
मंगलवार रात तक पंचायत समिति की कुल 4371 में 4051 सीटों के नतीजे घोषित हुए। इनमें से 1836 में भाजपा, 1718 में कांग्रेस और 422 में निर्दलीय ने जीत दर्ज की। आरएलपी 56, सीपीआईएम 16 व बसपा ने 3 सीटें जीतीं।
वहीं, जिला परिषदों की 636 सीटो में से 598 सीटो पर नतीजे घोषित हुए हैं। इनमें बीजेपी 323, कांग्रेस 246, निर्दलीय 17, आरएलपी 10 व सीपीआईएम 2 पर जीती है।

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आदर्श कुमार

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