विमेंस टी-20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया के ही खिलाफ भारतीय टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर अहम मौके पर रनआउट हो गई थीं। दूसरा रन पूरा करने के दौरान उनका बैट पिच में अटक गया और वे रन पूरा नहीं कर सकी थीं। मैच के बाद हरमन ने कहा था कि वे अनलकी रही और किस्मत खराब थी। अगर बैट नहीं अटकता तो वे रन पूरा कर लेतीं और नतीजा कुछ और भी हो सकता था। ऑस्ट्रेलिया की वर्ल्ड कप विनिंग विकेटकीपर बैटर एलिसा हीली ने कहा कि हरमनप्रीत थोड़ा और एफर्ट लगाकर दौड़ती रन पूरा कर लेतीं। वह बोलीं कि हरमन को जिम्मेदारी से दूसरा रन लेना चाहिए था। अगर वे थोड़ा बेहतर एफर्ट लगातीं तो थ्रो आने से पहले ही रन पूरा कर लेतीं। न ही उनका बैट पिच में अटकता और न ही वे रन आउट होतीं।
इस रनआउट से पहले भारत को 33 बॉल पर 41 रन की जरूरत थी। रनआउट के बाद टीम इंडिया 32 बॉल में 34 रन ही बना सकी और 5 रन से मैच हार गई।
एलिसा हीली ने कहा कि आप पूरी जिंदगी किस्मत को वजह बता कर खुद को अनलकी बता सकते हो। लेकिन, हरमन अगर थोड़ा जिम्मेदारी से रन लेने के लिए दौड़तीं और निश्चित ही थ्रो आने से पहले क्रीज पार कर जातीं।
उन्होंने दूसरा रन बहुत ढीले तरीके से लिया। वे क्रीज तक पहुंच भी गईं, लेकिन उनका बैट अटक गया और वह आउट हो गईं। वर्ल्ड कप जैसे मोमेंट्स में आप अपने एफर्ट में कमी नहीं दिखा सकते। इस तरह की सिचुएशन में आपको पूरी एनर्जी और पूरे एफर्ट लगाकर खेलना होता है।
ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच सेमीफाइनल में 15वें ओवरर की चौथी बॉल पर हरमनप्रीत कौर रन आउट हुईं। ऑस्ट्रेलियाई फील्डर के थ्रो पर कीपर हीली ने ही गिल्लियां उड़ा दी थीं। हरमन 34 बॉल में 52 रन बनाकर आउट हुईं और अपनी टीम को मैच जिताकर फाइनल में नहीं पहुंचा सकीं।
भारत को सेमीफाइनल में हराने के बाद ऑस्ट्रेलिया ने विमेंस टी-20 वर्ल्ड कप भी जीता। टीम ने फाइनल में साउथ अफ्रीका को 19 रन से हराया। एलिसा हीली ने मैच में 18 रन बनाए। जबकि 74 रन की नाबाद पारी खेलने वाली ओपनर बेथ मूनी प्लेयर ऑफ द मैच रहीं।