एक्टर एजाज खान को ड्रग्स रखने के जुर्म में 2021 में मुंबई एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया था। अब दो साल उन्हें मुंबई के आर्थर रोड जेल से रिहा किया गया है। जेल से निकलने के बाद उन्होंने अपने खिलाफ लगे आरोपों पर सफाई दी है। एजाज ने कहा कि नॉर्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के पूर्व जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े आज अपने किए की सजा भुगत रहे हैं।
दरअलस समीर वानखेड़े की टीम ने ही एजाज को अरेस्ट किया था। 2021 के वक्त समीर वानखेड़े ने ड्रग्स लेने और इसकी पैडलिंग करने वालों के खिलाफ सर्च अभियान छेड़ा था। उस वक्त कई सेलिब्रिटी NCB के रडार पर आए थे।
एजाज खान 19 मई को जेल से बाहर निकले। करीब 26 महीने जेल में रहने के बाद उन्होंने बाहर आते ही समीर वानखेड़े पर हमला बोला। हिंदुस्तान टाइम्स से बात करते हुए उन्होंने कहा, ‘समीर वानखेड़े आज अपने कर्म की सजा भुगत रहे हैं। उन्होंने जो दुख दूसरों को दिया, आज वो सब उन्हें वापस मिल रहा है।’
एजाज से पूछा गया कि 26 महीने जेल में रहने के बाद उनके लाइफ में क्या बदलाव आया। जवाब में एजाज ने कहा, ‘जेल में रहने के बाद अब मैं किसी भी कंडीशन में रह सकता हूं। बिना AC के भी रह सकता हूं। हालांकि इन सालों में प्रोफेशनली मुझे बहुत नुकसान हुआ। मेरे हाथ से वेब सीरीज निकल गई।
मैं जेल में था और मेरा 9 साल का बेटा मनोचिकित्सक के पास थेरेपी के लिए जाता था। जेल जाने के 6 महीने तक मैं उससे मिल नहीं पाया था, क्योंकि मुझसे उसका चेहरा देखा नहीं जा रहा था। ईद या बीवी-बच्चों के बर्थडे के मौकों पर मैं काफी अकेला महसूस करता था। जेल जाने के बाद मैं इमोनशली, मेंटली और फिजिकली बिल्कुल टूट गया था।
एजाज खान उसी आर्थर रोड जेल में बंद थे, जहां संजय दत्त ने अपनी सजा काटी थी। उन्होंने जेल की कंडीशन के बारे में बात करते हुए कहा, ‘हम कैदियों के मानवाधिकार की बात करते हैं, लेकिन वहां ऐसा कुछ नहीं था। जेल में कैदियों की संख्या काफी ज्यादा थी। वहां खाना भी अच्छा नहीं था, यहां तक कि सोने के लिए जगह भी नहीं थी। 800 की क्षमता वाले जेल में 3500 कैदी थे।’
एजाज फिलहाल बेल पर बाहर निकले हैं। अपने आप को निर्दोष साबित करने के लिए उन्होंने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। उन्होंने कहा, ‘इस देश में काफी लेट से इंसाफ होता है। जब तक इंसाफ होता है तब तक आदमी की जिंदगी खराब हो जाती हैं। मुझे पता है कि मुझे न्याय जरूर मिलेगा। मेरे फैमिली वाले भी जानते हैं कि मैंने कुछ नहीं किया है।’