अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने भी ज़ैनब के पाकिस्तान लौटने की पुष्टि की है. ज़ैनब अब्बास के भारत से जाने के कारणों पर पूछे गए सवाल के जवाब में आईसीसी के प्रवक्ता ने बीबीसी को बताया, “ज़ैनब अब्बास निजी वजहों से भारत से लौट आई हैं. ये जानकारी सही नहीं है कि उन्हें डिपोर्ट किया गया है.” पहले ऐसी ख़बरें आई थीं कि ज़ैनब अब्बास को भारत से डिपोर्ट किया गया है. हालाँकि आईसीसी ने इससे इनकार किया है. बीबीसी ने ज़ैनब अब्बास से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन उनकी ओर से अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है.भारत में वर्ल्ड कप की शुरुआत पाँच अक्तूबर को हुई. तभी से ज़ैनब के पुराने ट्वीट चर्चा में हैं. ख़ासकर एक साल पहले किया गया ट्वीट.
इसमें उन्होंने हिंदू धर्म और भारत के बारे में कथित तौर पर विवादित टिप्पणी की थी. ज़ैनब अब्बास ने भारत रवाना होने से पहले एक्स पर एक पोस्ट शेयर किया था जिसमें उन्होंने छह सप्ताह के लिए घर से दूर होने के सफ़र का ज़िक्र किया था. ज़ैनब ने इस पोस्ट में लिखा था, “हमेशा एक उत्सुकता थी कि सीमा के उस पार क्या है, मतभेदों से अधिक सांस्कृतिक समानता, मैदान पर प्रतिद्वंद्वी लेकिन उसके बाहर भाईचारा, एक सी भाषा और कला के लिए प्यार..एक अरब आबादी वाला देश. मैं एक बार फिर से भारत में क्रिकेट वर्ल्ड कप में आईसीसी का प्रतिनिधित्व करने के लिए शुक्रगुज़ार हूँ. घर से छह सप्ताह तक दूर रहने का सफ़र अब शुरू होता है.” रिपोर्टों और सोशल मीडिया में दावा किया गया है कि पुराने ट्वीट वायरल होने के बाद ज़ैनब को धमकी मिल रही थीं. उनके ख़िलाफ़ सुप्रीम कोर्ट में एक केस भी दायर किया गया है.
ज़ैनब की वापसी से कोई ख़ुश, तो कोई भारत से नाराज़
भारत में चल रहे क्रिकेट विश्व कप 2023 के लिए सैकड़ों पाकिस्तानी क्रिकेट प्रशंसकों को वीज़ा अभी तक जारी नहीं हुआ है. ऐसे भी कई प्रशंसक हैं जिन्होंने टिकट ख़रीद ली है लेकिन उन्हें भारत का वीज़ा नहीं मिला है. वहीं कई पत्रकारों को भी वीज़ा नहीं मिला है. इस बीच जब ज़ैनब अब्बास के पाकिस्तान वापसी की ख़बर सामने आईं, तो पाकिस्तान के क्रिकेट फ़ैन्स इस पर भारत की निंदा करने लगे.
साथ ही आईसीसी और पीसीबी की चुप्पी पर भी आलोचना हो रही है.
ज़ुबैर अली ख़ान नाम के एक यूज़र ने एक्स पर लिखा, “भारत में चल रहा क्रिकेट वर्ल्ड कप पाकिस्तानियों के लिए वर्जित क्षेत्र बन गया है. विदेश मंत्रालय से लेकर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड तक अब किसी डाकिये से ज़्यादा की भूमिका में नहीं हैं. आज ख़बर आई है कि ज़ैनब अब्बास जो कि वर्ल्ड कप में आईसीसी की प्रेज़ेंटर थीं, ने धमकियों की वजह से भारत छोड़ दिया. लेकिन आईसीसी इस पूरे मामले पर चुप रहेगा.” वहीं, सुफ़यान मकसूग नाम के यूज़र ने लिखा है, “कितनी शर्म की बात है भारत. ये वह देश नहीं है जिसकी मैं वकालत और तारीफ़ करता था. सबसे बड़े लोकतंत्र और धर्मनिरपेक्ष देश से एक चरमपंथी देश तक. कैसा पतन है.” कई पाकिस्तानी यूज़र्स ने भारत में महिलाओं की असुरक्षा का मुद्दा उठाते हुए ज़ैनब की वतन वापसी पर खुशी भी ज़ाहिर की है. एक यूज़र ने लिखा है, “ज़ैनब अब्बास की सुरक्षित वापसी से बेहद खुश हूँ और भारत में रहने वाली महिलाओं के सुरक्षा की कामना करते हैं.”
ज़ैनब अब्बास पर क्या था विवाद?
ज़ैनब अब्बास से जुड़े मामले ने तूल तब पकड़ा जब विनीत जिंदल नाम के वकील ने एक ट्वीट में ज़ैनब पर भारत और हिंदू विरोधी सोशल मीडिया पोस्ट करने का आरोप लगाया. उन्होंने दिल्ली पुलिस की साइबर सेल में ज़ैनब के ख़िलाफ़ शिकायत की. उन्होंने लिखा, “मैंने साइबर सेल से ज़ैनब अब्बास के ख़िलाफ़ आईपीसी की धारा 153ए, 295, 506, 121 और आईटी एक्ट के सेक्शन 67 के तहत केस दर्ज करने के लिए कहा है. उन्होंने हिंदू धर्म और भारत के खिलाफ़ अपमानजनक बातें कही हैं. ज़ैनब को आईसीसी के प्रेज़ेंटरों की लिस्ट से तुरंत हटा देना चाहिए. भारत विरोधी लोगों का भारत में स्वागत नहीं है.” इसी सिलसिले में सोमवार को विनीत जिंदल ने अपने नए ट्वीट में दावा किया कि उनकी शिकायत के बाद कार्रवाई करते हुए पाकिस्तानी प्रेज़ेंटर को डिपोर्ट कर दिया गया है. हालाँकि, आईसीसी ने ज़ैनब को डिपोर्ट किए जाने की खबरों का खंडन किया.
भारत में क्या कह रहे हैं लोग?
ज़ैनब अब्बास के पाकिस्तान लौटने पर भारतीय भी अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं. वहीं कई मीडिया रिपोर्ट्स में ये दावा किया गया है कि ज़ैनब को हिंदू-विरोधी पुराने ट्वीट्स की वजह से डिपोर्ट कर दिया गया है. ज़ी न्यूज़ ने एक ट्वीट में लिखा है, “पाकिस्तानी टीवी प्रेजेंटर ज़ैनब अब्बास दुबई के रास्ते पाकिस्तान लौटीं. जै़नब पर हिंदू विरोधी पोस्ट का आरोप था.” वहीं एक अन्य यूज़र ने लिखा है, “पाकिस्तानी प्रेज़ेंटर ज़ैनब अब्बास को कथित तौर पर उनके पुराने हिंदू और भारत विरोधी ट्वीट्स की वजह से भारतीय अधिकारियों ने डिपोर्ट कर दिया है.” एक यूज़र ने ज़ैनब अब्बास की वापसी की जानकारी देते हुए लिखा है, “इन्होंने सोशल मीडिया पर पहले भारत-विरोधी पोस्ट किए थे. ये नया भारत हम देखना चाहते हैं. भारत सरकार और मोदी जी ने बहुत अच्छा किया.”
कौन हैं ज़ैनब अब्बास?
खेल पत्रकार और कमेंटेटर बनने का सफ़र साल 2015 में हुआ, जब विश्व कप के दौरान उन्होंने पाकिस्तान के टीवी चैनल दुनिया न्यूज़ पर मेहमान के तौर पर शामिल होने का मौक़ा मिला. साल 2016 में वो पाकिस्तान सुपर लीग की प्रेज़ेंटर बनी. यहीं से उनके अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर की नींव पड़ी. इसी साल वो बीबीसी के टेस्ट मैच स्पेशल कार्यक्रम से जुड़ीं और पाकिस्तान का इंग्लैंड दौरा कवर किया. साल 2019 के आईसीसी वर्ल्ड कप में वह पाकिस्तान से इस टूर्नामेंट को कवर करने वाली पहली महिला खेल पत्रकार और कमेंटेटर बनीं. जुलाई 2021 में ज़ैनब ने स्काई स्पोर्ट्स की ब्रॉडकास्टिंग टीम के लिए डेब्यू किया. वो ये मुकाम हासिल करने वाली पहली पाकिस्तानी महिला प्रेज़ेंटर हैं.
पाकिस्तानियों को वीज़ा न मिलने पर बोला पीसीबी
इस बीच पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड की प्रबंधन समिति के अध्यक्ष ज़का अशरफ़ ने वर्ल्ड कप के कवरेज के लिए फ़ैन्स और पत्रकारों को भारत का वीज़ा मिलने में देरी को लेकर चिंता ज़ाहिर की है. ज़का अशरफ़ ने पाकिस्तान के विदेश सचिव साइरस सज्जाद काज़ी के साथ बैठक में इस मुद्दे को भारत में पाकिस्तानी उच्चायोग के ज़रिए भारतीय गृह मंत्रालय के सामने उठाने का भी अनुरोध किया. वहीं, पीसीबी ने भारतीय मीडिया में आई सुरक्षा के ख़तरों से जुड़ी रिपोर्टों को भी गंभीरता से लिया है और सरकार से अपने खिलाड़ियों की सुरक्षा की समीक्षा करने का अनुरोध किया है.
पीसीबी ने एक बयान में निराशा ज़ाहिर करते हुए कहा गया है कि “आईसीसी विश्व कप 2023 के लिए वीज़ा से जुड़े समझौते के बावजूद पाकिस्तानी पत्रकारों और प्रशंसकों को अब तक भारतीय वीज़ा नहीं मिला है.”