‘बिग बॉस 17’ से मनस्वी ममगई बेघर हो गई हैं। एक हफ्ते पहले ही मनस्वी ने शो में बतौर वाइल्ड कार्ड एंट्री की थी हालांकि ना तो वे घर में मौजूद कंटेस्टेंट को रास आईं और ना ही बाहर ऑडियंस को। हाल ही में दैनिक भास्कर से खास बातचीत के दौरान, मनस्वी ने इस शो में अपने सफर के बारे में खुलकर बातचीत की। आइए जानते हैं उन्होंने क्या कहा:
हां। मुझे लगता है कि इस हफ्ते एलिमिनेशन नहीं होना चाहिए था, या फिर अरुण (अरुण श्रीकांत) को जाना चाहिए था जो सोफे पर ही सोते हैं और वही खाना खाते हैं। उनकी फैन फॉलोइंग बने रहे, इसीलिए शो में रखा। मेरे लिए ये डिसीजन निराशाजनक था। मैं ये सोचकर गई थी कि देरी से एंट्री करना शायद फायदेमंद साबित होगा लेकिन ये तो नुकसानदायक हो गया।
जी हां, मुझे खुद को प्रूफ करने का मौका ही नहीं मिला। मुझे मुद्दे उठाने का वक्त ही नहीं मिला, सलमान सर ने भी ये बात कहीं थ। उन्हें लगा कि मैं अच्छा खेल रही थी, स्ट्रांग प्लेयर थी लेकिन मेरी क्वालिटी फीकी पड़ गई।
इंटरेस्टिंग था, मैं चाहती थी कि थोड़ा और इस शो का अनुभव लूं। शुरुआत के 3-4 दिन सेटल होने में, समझने में लगते हैं। लेकिन मौका ही नहीं मिला, यही हकीकत है।
अनुराग (डोभाल) बहुत ही बड़ा गद्दार है, वो आस्तीन का सांप है। घर का भेदी लंका ढाए – ये वाक्य उन पर पूरी तरह से जंचता है। शुरुआत में उन्होंने मुझे महसूस करवाया कि वो मेरे भाई हैं, मेरे समर्थक हैं, हमेशा मेरे लिए खड़े रहेंगे और सबसे पहले मुझे नॉमिनेट करने वाले भी वही थे। मुझे लगता हैं कि वे मुझे लेकर इनसिक्योर थे, उन्हें डर था कि कहीं वोट्स बंट ना जाए क्योंकि हम दोनों एक ही राज्य से आते हैं। मुझे लगता हैं कि उन्होंने बहुत ही गंदी हरकत की है। इस साल के वो सबसे बुरे कंटेस्टेंट होंगे।
विक्की जैन, मुनव्वर फारुकी और अभिषेक कुमार – ये तीनों जैसा भी खेल रहे हैं, कम से कम कुछ कर तो रहे हैं। मेरे हिसाब से ये तीनों ही अच्छा खेल रहे हैं। वही खानजादी और मन्नारा फेक कंटेस्टेंट हैं। ये दोनों काफी ड्रामा कर रही हैं।