विश्व स्वास्थ्य संगठन ने सभी उम्र के लोगों के लिए फिजिकल एक्सरसाइज को लेकर सिफारिशें लागू की हैं। डब्लूएचओ ने कहा है कि कोरोना महामारी के दौर में सभी को व्यायाम और शारीरिक गतिविधियों पर ध्यान देना चाहिए। इसके साथ महिलाओं को कहा है कि प्रेग्नेंसी के दौरान और उससे पहले वह शारीरिक तौर पर एक्टिव रहें और कुछ-न-कुछ गतिविधि करती रहें, इससे वह स्वस्थ रहेंगी।डब्लूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस ऐडनॉम ने कहा कि शारीरिक रूप से सक्रिय होना स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है, हमारे जीवन में कुछ साल और जोड़ देता है। हर कदम मायने रखता है, हमें हर दिन बेहद सुरक्षित और रचनात्मक ढंग से आगे बढ़ना है और कोरोना वायरस से लड़ना है।
डब्लूएचओ ने नए दिशानिर्देश जारी कर सभी को कोरोना वायरस से लड़ने के लिए प्रोत्साहित किया है। इसके साथ उन्होंने कहा कि व्यायाम, शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी है और अगर हम ऐसा नहीं करते हैं तो इसके दुष्परिणाम हमें झेलने पड़ सकते हैं। डब्लूएचओ के अनुसार, अगर लोग शारीरिक तौर पर अधिक सक्रिय होते तो साल में चार से पांच मिलियन लोगों को मरने से बचाया जा सकता था।विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार बच्चों को प्रति दिन कम से कम 60 मिनट और सप्ताह में कम से कम तीन दिन जोरदार एरोबिक एक्सरसाइज करनी चाहिए।
इन एक्सरसाइज से बच्चों की मांसपेशियां और हड्डियां मजबूत होंगी।18 से 64 वर्ष वाले लोगों के लिए डब्लूएचओ ने कहा है कि इन्हे हर हफ्ते कम से कम 130 से 300 मिनट तक मॉडरेट इंटेंसिटी वाली एरोबिक एक्सरसाइज करनी चाहिए। इससे वह स्वस्थ रहेंगे। इसके सेहत ही 75-150 मिनट वाली अधिक-तीव्रता वाली एरोबिक एक्सरसाइज करनी चाहिए। हर हस्ते.2 दिन माशपेशियों वाली एक्सरसाइज करना भी बेहद जरूरी है।स्वस्थ लोग जो 65 वर्ष से अधिक होते हैं, उन्हें उतना ही एक्सरसाइज और शारीरिक गतिविधियों में ध्यान देना चाहिए जितना कि 18 से 64 वर्ष तक के लोग देते हैं। उन्हें सप्ताह में कम से कम तीन दिन फिजिकल एक्सरसाइज करनी चाहिए। यह उन्हें स्वस्थ रहने में मदद करेगी।डब्लूएचओ ने गर्भवती महिलाओं को विशेष सलाह देते हुए कहा है कि प्रेग्नेंसी के दौरान भी महिलाओं को 1 हफ्ते में कम-से-कम 150 मिनट मध्यम-तीव्रता वाली एरोबिक एक्सरसाइज करनी चाहिए।
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आदर्श कुमार
संस्थापक और एडिटर-इन-चीफ