हादसे का दोषी कौन? ट्रंप ने पायलट की भूमिका पर खड़े किए सवाल; बाइडन-ओबामा पर भी गंभीर आरोप

अमेरिका की राजधानी वॉशिंगटन डीसी में विमान-हेलीकॉप्टर के टकराने से हुए हादसे को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने हेलिकॉप्टर के पायलट की भूमिका पर सवाल खड़े किए हैं। इसके साथ ही ट्रंप ने पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा और जो बाइडन पर पर हवाई सुरक्षा मानकों को कम करने का आरोप लगाया है। वहीं, ट्रंप ने संघीय विमानन प्रशासन (एफएए) के कार्यकारी प्रशासक के रूप में क्रिस रोशेल्यू को नियुक्त करने का एलान किया। इस हादसे ने 1982 में एयर फलोरिडा क्रैश की याद ताजा कर ली। 13 जनवरी 1982 को खराब मौसम के कारण पोटोमैक नदी के पास हुए हादसे में 78 लोगों की मौत हुई थी।
हादसे के बाद अपनी प्रेस ब्रीफिंग की शुरुआत ट्रंप ने हादसे में मारे गए लोगों के लिए एक मिनट का मौन रखा। इसके बाद उन्होंने दुख जाहिर करते हुए कहा कि यह हमारे देश के इतिहास में एक अंधेरी और कष्टदायी रात थी। एक राष्ट्र के रूप में, हम हर उस अनमोल आत्मा के लिए शोक मनाते हैं जो अचानक हमसे दूर हो गई। इसने बहुत से लोगों को झकझोर दिया है, जिनमें बहुत दुख की बात है कि अन्य देशों के लोग भी शामिल हैं जो विमान में थे। दुख की बात है कि कोई भी जीवित नहीं बचा है। आगे उन्होंने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कि मैंने सुरक्षा को सबसे पहले रखा। ओबामा, बाइडन ने नीति को आगे रखा। हम ऐसे लोगों को चाहते हैं जो सक्षम हों।

बता दें कि अमेरिकी एयरलाइंस अमेरिकी ईगल्स का एक विमान बुधवार की रात करीब नौ बजे वॉशिंगटन डीसी में पोटोमैक नदी के ऊपर एक सैन्य हेलीकॉप्टर से हवा में टकरा गया। हादसे के वक्त विमान में 64 लोग सवार थे। हादसे का वीडियो सामने आया है, जिसमें दिख रहा है कि विमान और हेलीकॉप्टर की हवा में सीधे टक्कर हुई और तेज धमाके के साथ दोनों नदी में गिर गए। एयरलाइंस का विमान कंसास से वॉशिंगटन आ रहा था। जब विमान लैंड करने वाला था, उसी दौरान विमान अमेरिकी सेना के ब्लैकहॉक हेलीकॉप्टर से टकरा गया। सेना का हेलीकॉप्टर उस वक्त परीक्षण उड़ान पर था और उसमें तीन सैनिक सवार थे। हादसा व्हाइट हाउस से महज पांच किलोमीटर की दूरी पर हुआ। कहा जा रहा है कि हादसे में विमान में सवार सभी 64 लोगों की मौत हो गई है।

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