कौन है केके गोस्वामी कैसे बने शक्तिमान के खली-बली?, पढ़िए रिपोर्ट

‘मुंबई आकर स्ट्रगल करना आसान नहीं होता था, वो भी तब जब आप आपकी हाइट कम हो। लोग मुझे टीवी शोज में काम सिर्फ TRP के लिए देते थे। छोटी हाइट की वजह से लोग मुझे देखना चाहते थे। फिल्मों में छोड़िए, बचपन में इसी हाइट की वजह मेरी मां को पड़ोसियों ने कितने ताने दिए लेकिन समय बदल ही गया। काम नहीं मिलने की वजह से कई रात में बिना खाना खाए सोया। पानी पी कर कितने दिन रह जाता है।’
ये कहना है केके गोस्वामी का, जिसे आप उनके नाम से नहीं लेकिन उनके टीवी सीरियल शक्तिमान के खली बली के किरदार से जरुर जानते होंगे। उन्होंने हिंदी समेत कई भोजपुरी और गुजराती फिल्मों में काम किया है। टीवी शोज में उनके काम को दर्शकों ने बहुत पसंद किया है।
बिहार से मुंबई तक का सफर केके गोस्वामी के लिए तय करना आसान नहीं था। हाइट की वजह से सर्कस वाले उन्हें 50 हजार रुपए में खरीदना चाहते थे, लेकिन परिवार ने हर कदम पर उनका साथ दिया। ना जाने कितनी बार उन्हें और उनके परिवार को कम हाइट की वजह से शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा। करियर में भी हाइट ही उनके संघर्ष की वजह बनी।
मेरा जन्म बिहार के मुजफ्फरपुर के एक छोटे से गांव में हुआ था। पिता की एक छोटी सी कॉस्मेटिक की दुकान थी। खाली समय में मैं भी उनके साथ दुकान पर काम करता था। दुकान के साथ पिता गांव की ड्रामा कंपनी के डायरेक्टर थे। गांव में होने वाले सभी नाटकों को वहीं डायरेक्ट करते थे। इन नाटकों में मैं भी पार्टिसिपेट करता था। एक्टिंग की तरफ मेरा रुझान यहीं से हुआ।

मैं शायद 7वीं या 8वीं क्लास में था। मुजफ्फरपुर के मोतीपुर में हरदी मेला लगा था। वहां पर पिता ने कॉस्मेटिक की दुकान लगाई थी। एक दिन मैं भी पिता के साथ मेला देखने गया और साथ में दुकान पर उनका हाथ भी बंटाया। इसी दौरान एक सर्कस कंपनी के कुछ लोगों की नजर मुझ पर पड़ी। वो लोग मुझे अपने ग्रुप में शामिल करना चाहते थे।

इस सिलसिले में उन लोगों ने पिता से मुलाकात की और उनसे कहा- आप अपना बेटा हमें दे दीजिए, अपने सर्कस कंपनी में शामिल करना चाहते हैं। पिता ने तुरंत मना करते हुए कहा- ये मेरा बेटा है, हम इसे पढ़ा-लिखा रहे हैं। हमे इससे कोई दिक्कत नहीं है, फिर हम इसे आप लोगों को क्यों दे दें। उन लोगों ने पिता से कहा कि 50 हजार रुपए के बदले वो मुझे उन लोगों को देदे, लेकिन इस बात को पिता ने सिरे से खारिज कर दिया। बहुत मना करने के बाद भी वो लोग जिद करते रहे।

वो लोग इतने जिद्दी थे कि हमारे घर तक पता लगा लिया और घर आकर मुझे लेने की जिद करने लगे। पिता इस बात से बहुत डर गए कि कहीं ये लोग मुझे किडनैप ना कर लें। इस वजह से मुझे गांव भेज दिया गया।
मैट्रिक पास करने के बाद जब मैं गांव से निकल शहर के तरफ थोड़ा आगे बढ़ा, तब मुझे एहसास हुआ कि मैं बाकियों से अलग हूं। पहले खुद में कोई कमी नहीं दिखती थी। बच्चे मुझे देखकर मेरे पीछे भागते थे लेकिन इस पर मां कहती थीं कि जिस इंसान में बहुत खूबियां होती हैं, लोग उनके पीछे ही भागते हैं।

मेरी हाइट सिर्फ 3 फीट है। जब पड़ोसियों से मां की लड़ाई होती थी, तब वो लोग मेरी हाइट का मुद्दा बनाकर मां को ताने मारते थे। उनको बहुत उल्टा सीधा बोलते थे। हालांकि, तब भी ये चीजें बहुत प्रभावित नहीं करती थीं। कभी-कभी जब ये चीजें ज्यादा हो जाती थीं, तब बुरा लगता था।

मैट्रिक्स के बाद मैंने कई सरकारी नौकरी के लिए अप्लाई किया लेकिन नौकरी कहीं नहीं लगी। वजह थी मेरा 3 फीट का होना। इस वजह से मैंने एक दुकान खोल ली और फोटोग्राफी करने लगा। इसी दौरान मेरी मुलाकात भोजपुरी इंडस्ट्री के जाने-माने डायरेक्टर कुमार विकल से हुई। इस मिलने का किस्सा भी मजेदार है।
एक दिन दुकान बंद करने के बाद मैं घर के लिए निकला। तभी रास्ते में एक ठेले पर रुक कर मैं मिठाई खाने लगा। इसी दौरान मेरी एक आदमी से थोड़ी अनबन हुई, फिर उन्होंने गुस्से में कहा- तुम नहीं जानते मैं कौन हूं, मैं भोजपुरी इंडस्ट्री का डायरेक्टर कुमार विकल हूं। ये सुनते ही मैं उनसे माफी मांगने लगा और बदले में उन्हें रबड़ी खिलाई। उनका गुस्सा शांत हुआ फिर उन्होंने मुझे अपना कार्ड दिया और काम देने के आश्वासन में मुंबई आने के लिए कहा।

इसके बाद मैं मुंबई गया और वहां पर कुमार विकल ने मुझे फिल्म ‘रखिह अंचरवा के लाज’ में काम करने का मौका मिला। इस फिल्म के हीरो विजय खरे ने मुझे बहुत सपोर्ट किया। इस फिल्म के बाद मैंने उन्हीं के साथ बतौर स्पाॅट ब्वॉय काम किया। सेट पर चाय देने से लेकर उनका पूरा लेखा-जोखा सब कुछ मैं ही देखता था।
कुछ दिनों बाद मेरा पास कोई काम नहीं रहा, जिसके बाद मुंबई में मेरा असली संघर्ष शुरू हुआ। पैसों की कमी इस कदर थी कि हफ्ते के 3 दिन बिना खाए गुजारने पड़ते थे। हालत इतनी खराब थी कि खाने का मन करता लेकिन कुछ खाने को नहीं रहता था। पानी को देखकर उल्टियां आती थी, लेकिन ये सोचकर खुद को हौसला देता कि आज पानी पी लूं, कल रोटी खा लूंगा। ये सिलसिला लगभग 5 साल तक चला।

एक दिन मेरे एक दोस्त ने कहा कि कितने दिन मैं ऐसा बिना खाए संघर्ष करता रहेगा। उसने मुझे बियर बार में वॉचमैन की नौकरी करने की सलाह दी। उसने मुझे बताया कि वहां पर महीना 500-600 रुपए मिलेंगे, रहने को भी वहीं मिलेगा और साथ में अच्छा खाना भी मिलेगा। ये काम मुझे ठीक लगा, जिसके बाद मैं वहां काम मांगने के लिए चला गया। वहां के वॉचमैन से मुझे ग्राहक समझकर अंदर भेज दिया।

मैं अंदर गया, देखा कि सब मस्ती कर रहे थे, फिर थोड़ी देर बार बाहर गया और वॉचमैन से कहा कि मुझे इस होटल के मालिक से मिलना है। उसने मिलने की वजह पूछी। मैंने बताया कि मुझे भी उसी की तरह वॉचमैन की नौकरी करनी है। उसने मना कर दिया और मालिक से मिलने नहीं दिया। मुझे लगा कि वो जानबूझ कर रहा है, इसलिए मैं जिद करता था। वो मेरी जिद से इतना परेशान हो गया कि उसने डंडे से मारकर भागने की कोशिश की। ये बात मुझे बहुत बुरी लगी और तभी मैंने फैसला कर लिया कि एक्टर बन कर ही रहूंगा, चाहे कितना भी संघर्ष क्यों ना करना पड़े।
इसी दौरान मैं जिन लोगों के साथ रहता था या जो आस-पास रहते थे, उन लोगों ने मुझे हिंदी फिल्मों और टीवी शोज के लिए ऑडिशन दिलवाने अपने साथ ले जाते थे। इसी तरह मुझे शक्तिमान टीवी शो में काम करने का मौका मिला। जिसमें में लोगों को मेरा काम बहुत पसंद आया, जिसके बाद कई टीवी शोज और फिल्मों के ऑफर मिले। फिल्मों में अधिकतर रोल मेरे छोटे ही होते थे। कम हाइट की वजह से कोई मुझे लीड रोल नहीं देता था, साइड लीड रोल भी नहीं मिलता था। मुझे छोटे रोल सिर्फ TRP बढ़ाने के लिए मिलते थे। वजह ये थी कि बच्चों को मेरा काम पसंद आता था इसलिए मुझे काम मिल जाता था। हालांकि अब हालात बदल चुके हैं।

2001 में मैं टीवी शो जूनियर जी की शूटिंग कर रहा था। तभी घरवालों ने मेरी शादी फिक्स करा दी। मेरी पत्नी को पहले बताया गया था कि मेरी हाइट सिर्फ 3 फीट है, लेकिन उन्हें इस बात से कोई दिक्कत नहीं थी। जब उनके गांव वालों को पता चला कि मेरे साथ शादी हो रही है, तब उन लोगों ने मेरा सास-ससुर को बहुत भड़काने की कोशिश की क्योंकि उन लोगों ने मुझे जूनियर जी में देखा था। लोगों की बातों के बाद मेरी पत्नी से दोबारा पूछा गया कि क्या वो शादी के लिए राजी, उन्होंने जवाब- मैंने पहली बार में ही उन्हें अपना पति मान लिया है, अब अपना फैसला नहीं बदल सकती।

घरवालों ने मुझे मां की तबीयत खराब का बहना बनाकर घर बुलाया क्योंकि इससे पहले मेरी दो शादियां फिक्स हो चुकी थी लेकिन मैं शादी करने गया ही नहीं। इस वजह से घर वालों इस बार रिस्क नहीं लेना चाहते थे। एक बार तो जब एक शादी के लिए मैंने नहीं गया, तो उसके बदले मेरे भाई की शादी कर दी गई थी। इस वजह से घरवालों बहुत नाराज भी हुए थे।

हालांकि इस बार मैं घर गया, वहां जाकर पता चला कि मेरी शादी फिक्स हो चुकी है। मेरे मन में डर था कि कहीं लड़की मुझे देखकर मना ना कर दे, जब मैं बारात लेकर जाऊं। इस वजह से मैंने उनके घरवालों से विनती की शादी बहुत धूमधाम से नहीं बल्कि मंदिर में हो जाए। उन लोगों ने मेरी बात का मान रखा और शादी मंदिर में हुई।

शादी के बाद जब मैं अपनी पत्नी को लेकर मुंबई जा रहा था, तब रेलवे स्टेशन पर हमे मेरी मां और सासू मां छोड़ने आई थीं। तब फिर उन्होंने मेरी पत्नी से कहा कि अभी भी वक्त है, वो मुझे छोड़ दे। जो कुछ भी बवाल होगा, वो देख लेगीं। इस बार भी उन्होंने मना कर दिया और मेरे साथ मुंबई आ गईं।

शादी के हमें दो बेटे हुए। मेरी हाइट का असर उन पर भी पड़ा। मैं अपने बड़े को स्कूल छोड़ने जाता था। जब उसके दोस्त ने मुझे देखा, तो उसका मजाक बनाने लगे कि इतनी कम हाइट वाला मैं उसका पापा भी हूं। इस मजाक से उसको बहुत बुरा लगता था। जब इस बात की जानकारी हुई, तो मैंने उसे स्कूल से पहले ही उतार देता था कि बाकी बच्चे भी उसका मजाक ना बनाने लगे। कुछ दिनों बाद मैंने पूरी तरह से उसे स्कूल ले जाना बंद कर दिया। मैंने अपनी पत्नी से कहा कि वो स्कलू ले जाया करें, फिर उन्होंने दोनों बच्चों को स्कूल ड्रॉप करना शुरू कर दिया।

ये पहला वाकया नहीं था। इससे पहले जब मैं छोटा था, तब मेरे एक बड़े भाई थे, जिन्हें ऐसी ही शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा था। एक बार वो मुझे एक दुकान पर लेकर गए, जहां पर कुछ बच्चों ने मेरा मजाक बनाना शुरू कर दिया और छूने की कोशिश करने लगे। फिर जब हम घर आए, तब उन्होंने घरवालों से कहा कि वो मुझे लेकर कहीं नहीं जाएंगे। बाहर के लोग मेरा मजाक बनाते हैं, जो उनको अच्छा नहीं लगता है और उन्हें भी शर्मिंदगी महसूस होती है।

हाल में ये खबर सामने आई थी कि केके गोस्वामी के पास पिछले 6 साल से कोई काम नहीं है। इस पर वो कहते हैं- ऐसा बिल्कुल नहीं है। मेरी बातों को गलत तरीके से सामने लाया गया। मैंने कहा था कि पिछले 4 सालो से किसी बड़े टीवी शो और फिल्मों का हिस्सा नहीं रहा हूं। मेरा पास अभी भी काम हैं। आने वाले दिनों में मेरी फिल्म द डार्क जंगल रिलीज होने वाली है। साथ ही मैं फिल्म तुंबाड के डायरेक्टर के साथ एक बिग बजट वेब सीरीज पर काम कर रहा हूं, जो जल्द ही रिलीज होगी।