समाजवादी पार्टी ने लोकसभा चुनाव के लिए प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर दी है। इसमें एटा लोकसभा से विधूना जिला औरैया निवासी देवेश शाक्य को प्रत्याशी बनाया है। 2012 के विधान सभा चुनाव में देवेश विधूना विधानसभा क्षेत्र से बहुजन समाज पार्टी के टिकिट पर भी चुनाव लड़ चुके हैं। जहां वह दूसरे नंबर पर रहे थे।
सपा मुखिया अखिलेश यादव ने यूपी के 16 लोकसभा सीटों पर प्रत्याशी के नाम की घोषणा करते हुए सभी राजनीतिक दलों को चौंका दिया है।
देवेश शाक्य पूर्व केंद्रीय मंत्री विधूना से विधायक रह चुके विनय शाक्य के छोटे भाई हैं। विनय शाक्य स्वामी प्रसाद गुट के नेता हैं। विनय शाक्य ने स्वामी प्रसाद मौर्य का खुलकर समर्थन करते हुए, बीजेपी से इस्तीफा दिया था। 2022 के विधानसभा चुनाव में अस्वस्थ होने के कारण इलेक्शन नहीं लड़ पाए थे। देवेश शाक्य पहली बार 2005 में जिला पंचायत सदस्य का चुनाव अपने राजनीतिक प्रतिद्वंदी से 50 हजार वोटों से बड़ी जीत हासिल की थी। देवेश ने दूसरा जिला पंचायत का चुनाव 2010 में भी लगभग 5 हजार वोटों से जीते थे। देवेश शाक्य 2011 में जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव भी लड़ चुके हैं। अपने प्रतिद्वंदी से महज एक वोट के अंतराल से चुनाव में हार का पहली बार मुंह देखना पड़ा था।
देवेश शाक्य ने 2011 में जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव हारने के बाद फिर एक बार 2012 का विधानसभा चुनाव में बीजेपी से अपना हाथ आजमाया। उन्हें सपा के प्रत्याशी प्रमोद गुप्ता ने फिर हराया। लोकसभा चुनाव 2024 में देवेश शाक्य का सामना एक बड़ी शख्सियत से हो सकता है। एटा लोकसभा पर पिछले दो बार से सांसद रह रहे बीजेपी के दिग्गज नेता राजवीर सिंह उर्फ राजू भैया से हो सकता है। राजू भईया पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के पुत्र हैं। वैसे देवेश शाक्य भी राजनितिक करियर में मझे हुए खिलाडी हैं वे अच्छों अच्छों को पराजित करने की हिम्मत रखते हैं । देवेश शाक्य को प्रत्याशी बनाए जाने पर पंकज शाक्य युवा समाजसेवी छिबरामऊ, हर्ष वर्धन शाक्य, उधोगपति दिनेश शाक्य, त्रिरत्न शाक्य व सुब्रत शाक्य ने बधाई दी है।