बॉलीवुड एक्ट्रेस विजयता पंडित का आज 56वां जन्मदिन है। विजयता 80 के दशक में फिल्मों में आई थीं। बहन सुलक्षणा पंडित के साथ सेट्स पर जाती थीं तो वहीं राजेंद्र कुमार ने उन्हें हीरोइन बनाने की इच्छा जाहिर कर दी। तब विजयता 8वीं क्लास में पढ़ती थीं। विजयता ने 1981 में आई फिल्म ‘लव स्टोरी’ से डेब्यू किया जो सुपरहिट रही।
इसके बाद उन्होंने कुछ चुनिंदा फिल्मों में काम किया क्योंकि इनकी पर्सनल लाइफ काफी उतार-चढ़ाव से गुजरी। कुमार गौरव से प्यार अधूरा रह गया। डायरेक्टर से तलाक हो गया और दूसरे पति की कैंसर से मौत हो गई जिससे वो आर्थिक तंगी की भी शिकार हो गईं।
विजयता का जन्म 25 अगस्त 1967 को मुंबई, महाराष्ट्र में हुआ था। उनका पूरा नाम विजयता प्रताप नारायण पंडित है। विजयता का जन्म मुंबई के एक संगीत घराने में हुआ। इनके पिता प्रताप नारायण पंडित जाने-माने संगीतकार थे।
पंडित जसराज उनके चाचा और म्यूजिक डायरेक्टर जतिन और ललित उनके भाई हैं। यही वजह है कि विजयता को बचपन से ही म्यूजिक में रूचि रही और वो बहुत अच्छा गाती भी हैं। बॉलीवुड एक्ट्रेस सुलक्षणा पंडित विजयता की बड़ी बहन हैं जो कि 70-80 के दशक की हीरोइन थीं। वो भी प्लेबैक सिंगर रह चुकी हैं।
विजयता ने फिल्म लव स्टोरी से 1981 में डेब्यू किया था। उन्हें ये फिल्म कैसे मिली? इसका जिक्र उन्होंने एक इंटरव्यू में किया था। उन्होंने कहा था, मेरी बहन सुलक्षणा एक एक्ट्रेस थीं और मैं अक्सर वीकेंड्स में उनके साथ फिल्म सेट्स और कॉस्टयूम ट्रायल्स पर जाया करती थी।
एक दिन सुलक्षणा डिंपल थिएटर में फिल्म गरम खून के लिए कॉस्टयूम ट्रायल कर रहीं थी, तभी राजेंद्र कुमार ने मुझे उनके साथ देखा और मेरे बारे में उनसे पूछा। इसके बाद वो घर आ गए और मेरी बहन सुलक्षणा से कहा कि वो बतौर प्रोड्यूसर अपनी पहली फिल्म में मुझे हीरोइन बनाना चाहते हैं। मेरी बहन ने उनसे कहा कि मैं तो 8वीं में हूं और इस बारे में कोई भी फैसला लेने के लिए उन्हें हमारे पेरेंट्स से बात करनी होगी।
मेरी बहन ने जब पेरेंट्स को पूरी बात बताई तो उन्होंने मुझे पढ़ाई पूरी करने की हिदायत दी लेकिन मैंने अपने पेरेंट्स से कहा कि मैं एक्टिंग करना चाहती हूं और साथ-साथ पढ़ाई भी कर लूंगी। शुरुआत में मैंने फिल्म के लिए स्क्रीन टेस्ट देने से इंकार कर दिया था। राजेंद्र कुमार ये देखना चाहते थे कि मैं कैसी एक्टिंग करती हूं और कैमरे के सामने कैसी दिखती हूं।
उन्होंने अपने बेटे कुमार गौरव को भी स्क्रीन टेस्ट देने के लिए कहा लेकिन मैं अड़ गई कि मैं स्क्रीन टेस्ट नही दूंगी। बाद में मुझे बंटी (कुमार गौरव) ने बताया कि उनके पिता ने फिर राज कपूर से इस बारे में बात की थी और उन्हें बताया था कि लड़की स्क्रीन टेस्ट न देने पर अड़ी हुई है। तब राज कपूर ने उन्हें सलाह दी कि आप फिल्म शुरू करो और एक्टर्स को तीन महीने के लिए रोशन तनेजा के एक्टिंग स्कूल में क्रैश कोर्स करने को कहो।
उसके बाद ही फिल्म को फ्लोर पर ले जाओ। राजेंद्र कुमार जी ने ऐसा ही किया और हमने तीन महीने का कोर्स करने के बाद फिल्म की शूटिंग शुरू की। ‘लव स्टोरी’ 1981 में रिलीज हुई और सुपरहिट रही।
कुमार गौरव और विजयता की ऑनस्क्रीन जोड़ी को काफी पसंद किया गया। लव स्टोरी की शूटिंग के दौरान विजयता और कुमार गौरव रियल लाइफ में भी करीब आ गए। दोनों रिलेशनशिप को लेकर काफी सीरियस थे और शादी भी करना चाहते थे लेकिन कुमार गौरव के पिता राजेंद्र कुमार इस रिश्ते के लिए तैयार नहीं हुए। दोनों परिवार की मर्जी के खिलाफ जाकर शादी नहीं करना चाहते थे इसलिए इन्होंने ब्रेकअप कर लिया।
लव स्टोरी की सक्सेस के बाद विजयता के पास फिल्मों की लाइन लग गई लेकिन उन्होंने किसी भी फिल्म में काम करने से इंकार कर दिया। उनका कहना था कि वो अपनी पर्सनल लाइफ को वक्त देना चाहती हैं।
दरअसल, कुमार गौरव से ब्रेकअप के चलते वो काफी परेशान थीं। 1984 में जब कुमार गौरव ने जब सुनील दत्त की बेटी और संजय दत्त की बहन नम्रता दत्त से शादी कर ली तो विजयता को इस बात ने और ज्यादा परेशान कर दिया।
इससे उबरने के लिए उन्होंने चार साल तक फिल्मों में काम नहीं किया और फिर 1985 में मोहब्बत और मिसाल जैसी फिल्मों से वापसी की। उन्होंने तकरीबन 15 फिल्मों में काम किया जिनमें मोहब्बत, कार थीफ, जीते हैं शान से, दीवाना तेरे नाम का, जलजला जैसी फिल्में शामिल हैं। बाद में जो जीता वही सिकंदर, कभी हां कभी ना, साजिश, देव, चिंगारी जैसी फिल्मों में सिंगिंग भी की
1986 में कुमार गौरव से ब्रेकअप का दर्द भुलाकर विजयता ने फिल्म डायरेक्टर समीर मलकान से शादी कर ली। समीर ही विजयता की फिल्म कार थीफ के डायरेक्टर थे। सेट पर दोनों की नजदीकियां बढ़ीं और इन्होंने शादी करने का फैसला ले लिया। हालांकि दोनों की शादी ज्यादा टिकी नहीं और डेढ़-दो साल में ही तलाक हो गया।
समीर मलकान से शादी टूटने के बाद विजयता को सिंगर और म्यूजिक डायरेक्टर आदेश श्रीवास्तव से प्यार हो गया। दरअसल, आदेश जतिन-ललित के अच्छे दोस्त थे और अक्सर उनसे मिलने के लिए घर आया करते थे। तभी उनकी विजयता से जान-पहचान हुई और फिर दोनों ने 1990 में शादी कर ली। इसके बाद दोनों दो बेटों अनिवेश और अवितेश के पेरेंट्स बने।
विजयता और आदेश अपनी फैमिली लाइफ में खुश थे लेकिन 2010 में सबकुछ बदल गया। आदेश को मल्टीपल मायलोमा नाम का कैंसर डिटेक्ट हुआ जिससे वो पांच साल तक जूझते रहे। 2015 में आदेश की हालत में कोई सुधार नहीं आया और उनका 51 साल की उम्र में निधन हो गया। आदेश की मौत से विजयता टूट गईं।
एक इंटरव्यू में उन्होंने आदेश की मौत पर कहा था, आदेश की मौत के बाद मैं काफी अकेली और डिप्रेस्ड हो गई थी। इसके अलावा मुझे आर्थिक तंगी भी झेलनी पड़ी लेकिन मैंने किसी से मदद नहीं ली। मेरे पति भी जब बीमार थे तब भी उन्होंने कभी किसी से कोई आर्थिक मदद नहीं ली। वो मुझे रानी की तरह ट्रीट करते थे लेकिन जब वो बीमार पड़े तो हमारे सारे पैसे उनके इलाज में खत्म हो गए।
आदेश को यहां तक हमारी कार तक बेचनी पड़ी जो कि 1 करोड़ में बिकी थी ताकि हम उनके इलाज के लिए लंदन, अमेरिका और कनाडा जा पाएं। इसके बाद मुझे भी अपनी कार बेचनी पड़ी जो कि आदेश ने मुझे बर्थडे गिफ्ट में दी थी। आदेश के निधन के बाद विजयता को दोनों बेटों की परवरिश में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। विजयता की मदद के लिए कई सेलेब्स भी आगे आए लेकिन एक्ट्रेस ने इससे इंकार कर दिया।
उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा था, अपने जीते जी मेरे पति ने किसी से आर्थिक मदद नहीं ली और न ही मैं ऐसा करूंगी। मुझे आदेश की बनाई म्यूजिक की रॉयल्टी मिलती है जिससे मैं अपना घर चला सकती हूं। 2021 में विजयता ने कहा था कि वो बॉलीवुड में कमबैक करना चाहती हैं लेकिन उसके बाद किसी प्रोजेक्ट की अनाउंसमेंट सुनने को नहीं मिली।